‘फबिंग’, आपने अक्सर लोगों के मुंह से ये शब्द सुना होगा। इस शब्द को लव रिलेशनशिप से जोड़कर ज्यादा देखा जाता है, साथ ही माना जाता है कि फबिंग बिहेवियर (Phubbing) किसी के भी हंसते-खेलते रिश्ते में दरार डाल सकता है।
हालांकि, Gen z की दुनिया में बेहद कम लोग ही इस शब्द का मतलब समझते हैं। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है। यहां हम आपको फबिंग शब्द का मतलब बता रहे हैं, साथ ही जानेंगे कैसे ये आदत प्यार भरे रिश्ते के टूटने का कारण बन जाती है।
क्या होता है फबिंग का मतलब?
फबिंग दरअसल ‘फोन’ और ‘स्नबिंग’ शब्दों को मिलाकर बना है। फोन का मतलब तो हर कोई समझता है, वहीं स्नबिंग का मतलब होता है अनादर या अनदेखा करना।
आसान भाषा में समझें तो फबिंग एक ऐसी आदत है, जिसमें व्यक्ति किसी से बात करते समय उससे ज्यादा अपने फोन पर ध्यान देता है। यानी सामने वाला शख्स आपसे बातें कर रहा है और आप उसे इग्नोर कर अपने फोन पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं।
कैसे प्यार भरे रिश्ते को तोड़ देता है फबिंग बिहेवियर?
मोबाइल फोन यकीनन हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा है। हालांकि, फबिंग बिहेवियर आपके पार्टनर के लिए अपमानजनक हो सकता है और ये आपके रिश्तों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। आप अपने पार्टनर के साथ होते हुए भी अपने फोन पर अधिक ध्यान देते हैं, इससे आपके रिश्ते में इमोशनल अटैचमेंट कम होने लगता है और रिश्ते में नाराजगी जैसी समस्याएं पैदा होने लगती हैं।
इतना ही नहीं, फबिंग की आदत विश्वास में कमी का कारण भी बन सकती है, जो किसी भी रिश्ते को चलाने के लिए बेहद जरूरी है। जब आप अपने फोन पर ज्यादा ध्यान देते हैं, तो इससे आपके पार्टनर को ट्रस्ट इशू हो सकते हैं, जो भी रिश्ता टूटने की सबसे अहम वजह में से एक माना जाता है।
ऐसे में अगर आप अपने रिश्ते को मजबूत करना चाहते हैं, तो फबिंग बिहेवियर से दूरी बनाना बेहद जरूरी है। इसके लिए जब भी आप अपने पार्टनर से बात करें, तो अपने फोन पर कम ध्यान दें। कोशिश करें कि आपके होते हुए आपका पार्टनर कभी भी अकेला महसूस न करे। अपने पार्टनर की बातों को सुनें, उनकी छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान दें। इससे आपको अपने रिश्ते को खुशहाल रखने में मदद मिलेगी।