‘घोस्टिंग’ आपने सोशल मीडिया पर ये शब्द जरूर सुना होगा। साथ ही घोस्टिंग बिहेवियर के चलते कई लोगों के ब्रेकअप की जानकारी भी आपको मिली होगी। खासकर ऑनलाइन डेटिंग में ये बेहद आम है और इन दिनों खूब चर्चा में है। हालांकि, Gen Z के जमाने में अभी भी कई लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज हैं कि आखिर ‘घोस्टिंग’ होता क्या है और ये टर्म कब इस्तेमाल की जाती है? अगर आप भी इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है।
क्यो होता है ‘घोस्टिंग’ का मतलब?
रिलेशनशिप में ‘घोस्टिंग’ का अर्थ है किसी रिश्ते को अचानक और बिना किसी स्पष्टीकरण के समाप्त करना। आसान भाषा में कहें तो जब दो लोग एक दिन पहले तक एक-दूसरे से अच्छी तरह बात कर रहे होते हैं लेकिन फिर उनमें से एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से बिना किसी वॉर्निंग या बिना एक्सप्लेनेशन दिए अचानक बात करना बंद कर देता है या उस शख्स से पूरी तरह कट ऑफ कर देता है।
इस तरह अचानक रिश्ते से बिना पार्टनर को बताए बाहर निकल जाने को ही घोस्टिंग कहा जाता है। घोस्टिंग करने वाला शख्स न तो दूसरे व्यक्ति के टेक्स्ट का जवाब देता है, ना कॉल रीसीव करता है और ना ही उससे किसी भी तरह का संबंध रखता है।
नॉन-रोमांटिक घोस्टिंग क्या है?
घोस्टिंग से अलग ‘नॉन-रोमांटिक घोस्टिंग’ टर्म भी चर्चा में है। दरअसल, घोस्टिंग सिर्फ रोमांटिक रिलेशनशिप तक ही सीमित नहीं होती है, बल्कि ये परिवार के सदस्यों या फिर दोस्तों के साथ भी की जा सकती है। इस स्थिति को नॉन-रोमांटिक घोस्टिंग (Non-Romantic Ghosting) कहा जाता है।
घोस्टिंग से कैसे निपटें?
अधिकतर मामलों में घोस्टिंग प्रभावित व्यक्ति पर महत्वपूर्ण भावनात्मक प्रभाव डाल सकती है। हालांकि, इस स्थिति से निकलना भी बेहद जरूरी है। ऐसे में वास्तविकता को स्वीकार करें। अगर लाख कोशिश के बावजूद भी सामने वाले व्यक्ति से कोई जवाब नहीं मिल पा रहा है, तो आगे बढ़ने की कोशिश करें।
