मोटापा आज की जीवनशैली की एक गंभीर समस्या है। इसके साथ सबसे बड़ी त्रासदी ये है कि लोग इसे बीमारी नहीं मानते जबकि यह कई तरह की बीमारियों की जनक होती है। मोटापे की वजह से हर्ट डिसीज, हाइपरटेंशन, टाइप 2 डाइबिटीज सहित कई तरह के रोग हो सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं मोटापे की वजह से महिला और पुरुष दोनों की यौन शक्ति में भी कमी आती है। कई अध्ययनों में इस बात का दावा किया गया है। एक शोध में कहा गया है कि मोटापे की वजह से पुरुषों में टेस्टोस्टेरॉन का स्तर काफी कम हो जाता है। लेकिन कम वजन और बीएमआई की वजह से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (एक प्रकार का दोष) की स्थिति में सुधार देखा गया है।
डॉक्टर्स का कहना है कि मोटापे का महिलाओं और पुरुषों के शरीर पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। यौन शक्ति के क्षीणता के मामले में यह पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करता है। इसकी वजह से किशोरियों में माहवारी जल्दी शुरू हो जाती है और उनमें युवावस्था के लक्षण जल्दी ही दिखने लगते हैं। इसकी वजह से अंडाशय में गांठ की भी समस्या जन्म लेती है जिससे माहवारी में अनियमितता की भी शिकायत होती है। मोटापा महिलाओं में बांझपन का भी कारण हो सकता है। इससे उन्हें गर्भधारण में काफी मुश्किलें आती हैं।
पुरुषों में मोटापे की वजह से उनके सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरॉन में काफी कमी देखी गई है। कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि मोटापे से ग्रस्त पुरुषों में फिट व्यक्ति के मुकाबले टेस्टोस्टेरॉन का स्तर कम होता है। साथ ही साथ मोटापे की वजह से हाइपरटेंशन की समस्या भी जन्म लेती है जो प्रीमैच्योर इजैकुलेशन का भी कारण बनती है। इसलिए चाहे महिला हों या पुरुष, हर किसी को मोटापे को शुरु से ही गंभीरता से लेना चाहिए। ताकि बाद में चलकर यह किसी गंभीर समस्या को जन्म न दे सके।

