महिलाओं में जब पीरियड्स बंद हो जाते हैं तो इस स्थिति को मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति कहा जाता है। महिलाओं में यह स्थिति सामान्य तौर पर 40 से 50 साल के बीच आती है। इस उम्र के बाद महिलाएं मा बनने की क्षमता खो देती हैं। अगर किसी महिला को एक साल तक पीरियड्स ना हो तो यह मेनोपॉज माना जाता है। हालांकि मासिक धर्म चक्र बंद होने के कारण महिलाओं के शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव पड़ते हैं।
मेनोपॉज के दौरान मूड स्विंग्स और हार्मोन्स में असंतुलन के कारण महिलाओं का वजन भी काफी बढ़ने लगता है। रजोनिवृत्ति के समय एस्ट्रोजन हार्मोन में गिरावट और नींद ना पूरी होने के कारण वजन बढ़ने की समस्या होती है। इस समय महिलाओं के लिए अपने वजन को नियंत्रित करना किसी चैलेंज से कम नहीं होता। लेकिन अपनी लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव करके बढ़ते वजन की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
डाइट: अपने बढ़ते वजन को कम करने के लिए महिलाएं अपनी डाइट में फाइबरयुक्त चीजें शामिल कर सकती हैं। फाइबर वजन घटाने में काफी मदद करता है। इसके लिए महिलाएं अपने वजन को नियंत्रित करने के लिए स्प्राउ्स, फ्लैक्स सीड्स, एवोकाडो, ब्रोकोली और सलाद आदि को अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं।
पूरी नींद लें: मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल असंतुलन और मूड स्विंग्स के कारण महिलाओं को सोने में काफी तकलीफ होती है। हालांकि इस दौरान आपको पर्याप्त नींद लेनी चाहिए। ठीक तरह से नींद पूरी ना होने के कारण भी वजन बढ़ सकता है।
वर्कआउट: मेनोपॉज के दौरान शरीर काफी सुस्त हो जाता है। ऐसे में खुद को पूरे दन एनर्जेटिक बनाए रखने के लिए डेली वर्कआउट करना चाहिए। इससे मांसपेशियां तो मजबूत होंगी ही साथ ही आप ऊर्जावान भी महसूस करेंगे।
लो कार्ब फूड: रजोनिवृत्ति के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट में लो कार्ब चीजें शामिल करनी चाहिए क्योंकि, यह वजन को कम करने में काफी सहायक होता है।
ज्यादा पानी वाले फल: मेनोपॉज में हॉट फ्लैशेज जैसी समस्याएं होती हैं। ऐसे में महिलाओं को अपनी डाइट में संतरा, मौसमी, अंगरू, तरबूज, खरबूज, ब्लूबेरी और स्ट्राबेरी आदि को शामिल करना चाहिए।