World Hindi Day (Vishwa Hindi Diwas) 2024 Date: हमारे देश में वैसे तो बातचीत के लिए कई भाषाओं का इस्तेमाल किया जाता है, इनमें भी हिंदी भाषा का उपयोग सबसे अधिक किया जाता है। हिंदी हमारी राजभाषा है। वहीं, केवल भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, मॉरीशस, फिलीपींस समेत कई देशों में भी बोलचाल के लिए हिंदी का इस्तेमाल किया जाता है। इतना ही नहीं, हिंदी दुनिया में बोली जाने वाली पांच प्रमुख भाषाओं में से एक है। इस भाषा की इसी लोकप्रियता को देखते हुए और हिंदी को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर साल 10 जनवरी के दिन को विश्व हिंदी दिवस (Vishwa Hindi Diwas) के रूप में मनाया जाता है।

क्यों चुनी गई 10 जनवरी की तारीख?

दरअसल, पहली बार तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) द्वारा सन 1975 में नागपुर में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था। इसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इसके बाद साल 2006 में तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह ने विश्व हिंदी दिवस को औपचारिक रूप से मनाने की घोषणा की थी। ऐसे में क्योंकि पहली बार इस दिन को मनाने की पहल 10 जनवरी को की गई थी, इसी कड़ी में साल 2006 के बाद से हर साल इसे 10 जनवरी के दिन मनाया जाता है।

क्या है इस बार की थीम?

बता दें कि हर साल हिंदी दिवस के लिए अलग-अलग थीम तैयार की जाती हैं। वहीं, इस साल यानी साल 2024 के लिए विश्व हिंदी दिवस की थीम ‘हिंदी पारंपरिक ज्ञान और कृत्रिम बुद्दिमत्ता’ तय की गई है।

कहां से आया ‘हिंदी’ शब्द?

कई इतिहासकारों के मुताबिक, हिंदी शब्द फारसी भाषा से निकला है। पर्शिया (अब ईरान) के लोग सिंधु नदी (Indus River) के किनारे रहने वाले लोगों को हेंडी (Hendi) कहते थे और उनकी भाषा को इंडी (Indi) कहा जाता था। यही शब्द बाद में बिगड़कर हिंदी हो गया। हालांकि, यह भी बता दें कि फारसी और हिंदी, इन दोनों भाषाओं का मूल एक ही भाषा है। दोनों ही संस्कृत भाषा से अपभ्रंश होकर बनी हैं।

पढ़ें हिंदी से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें

  • विदेश में 25 से अधिक पत्रिकाएं नियमित रूप से हिंदी भाषा में प्रकाशित की जाती हैं, साथ ही कई हिंदी कार्यक्रम भी प्रसारित किए जाते हैं। इतना ही नहीं, यूएई में तो एफएम रेडियो के कम से कम 3 ऐसे चैनल हैं, जहां आप 24 घंटे हिंदी फिल्मों के गाने सुन सकते हैं।
  • दुनियाभर में हिंदी की पढ़ाई को अब अंग्रेजी जितना अहम माना जाता है। इसी कड़ी में करीब 40 देशों के 600 से ज्यादा नामी-गिरामी विश्वविद्यालयों, कॉलेजों और संस्थाओं में हिंदी पढ़ाई जाती है। इनमें भी अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी में साल 1815 से और जापान की टोक्यो यूनिवर्सिटी में करीब 100 साल से ज्यादा समय से हिंदी का अध्ययन हो रहा है।
  • दुनियाभर में करीब 75 करोड़ लोग हिंदी बोलते हैं, जिनमें 53 करोड़ (2001 की जनगणना के मुताबिक) भारत में मौजूद हैं।
  • भारत के बाद सबसे ज्यादा नेपाल में बोलचाल के लिए हिंदी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, तीसरे नंबर पर अमेरिका का नाम है।
  • साल 2011 के अंकड़ों के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में एक लाख से ज्यादा लोग हिंदी भाषा बोलते हैं।