किसी ने सच ही कहा है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती और बार-बार प्रयास करने वाला मनुष्य एक दिन सफल जरूर होता है। यह कहावत विशाल नरवाड़े पर बिल्कुल सटीक बैठती है। यूपीएससी क्लियर करने का सपना आज हर पढ़ा-लिखा युवा देखता है। कई लोग अपने इस लक्ष्य को हासिल कर भी लेते हैं तो कई बार कड़ी मेहनत करने के बाद भी सफलता हाथ नहीं लग पाती। लेकिन जो लोग धैर्य के साथ अपनी मंजिल तक पहुंचने के लिए लगातार प्रयास करते हैं, वह सफल जरूर होते हैं।

Continue reading this story with Jansatta premium subscription
Already a subscriber? Sign in

विशाल नरवाड़े आज भले ही आईएएस अधिकारी बन गए हैं। लेकिन एक समय ऐसा था जब लगातार उनके हाथों केवल असफलता ही लग रही है। विशाल यूपीएससी की परीक्षा में पांच बार फेल हो गए थे, लेकिन बावजूद इसके उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी और छठवीं बार भी एग्जाम देने पहुंच गए। छठवीं बार में उन्होंने यूपीएससी को क्रैक कर दिया और 91वां रैंक हासिल किया।

साल 2020 में विशाल को महाराष्ट्र कैडर में आईएएस के पद पर नौकरी मिली। अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने इस बात को साबित कर दिया कि अगर व्यक्ति एक बार मन में ठान ले तो किसी भी चीज को हासिल करना असंभव नहीं है।

इस तरह तैयार करें रणनीति: विशाल नरवाड़े ने करीब 7 सालों तक कड़ी मेहनत करने के बाद ये मुकाम हासिल किया। आज वह अपने अनुभव से कैंडिडेट्स को यूपीएससी क्रैक करने के लिए रणनीति बताते भी नजर आ जाते हैं। विशाल के मुताबिक यूपीएससी का सिलेबस काफी बड़ा है, ऐसे में छात्र को सब्जेक्ट के वेटेज के हिसाब से तैयारी करनी चाहिए। इसके लिए पढ़ाई को लेकर पहले अपने सब्जेक्ट की प्रायोरिटी तय कर लें और फिर उसी के हिसाब से शेड्यूल बनाएं।

विशाल नरवाड़े का मानना है कि यूपीएससी की परीक्षा को क्रैक करने का केवल एक मूल मंत्र है और वह है सकारात्मक सोच। पॉजिटिविटी के साथ परीक्षा में शामिल होना चाहिए। इसका असर आपकी परीक्षा पर भी पड़ता है। कैंडिटेट को शारिरिक के साथ-साथ अपने मासिक स्वास्थ्य का भी ध्यान देना चाहिए।