Valmiki Jayanti 2020 Wishes Images, Status, Messages, Quotes, Photos: हिंदू धर्म का महान ग्रंथ रामायण की संस्कृत में रचना करने वाले महर्षि वाल्मीकि की जयंती इस बार 31 अक्तूबर 2020 को है। इस दिन का हिंदू धर्म में बेहद महत्व माना जाता है। उन्होंने भगवान राम के मूल्यों का प्रचार किया, साथ ही उन्होंने सामाजिक अन्याय के खिलाफ लोगों को शिक्षित किया। वाल्मीकि जयंती हिंदू कैलेंडर के अनुसार आश्विन के महीने में पूर्णिमा के दिन (पूर्णिमा) को आती है। महर्षि वाल्मीकि को ‘आदि कवि’ या पहले कवि के रूप में भी जाना जाता है। बता दें कि शुरुआत में वाल्मीकि एक डाकू थे और उनका पालन पोषण एक भील जाति में हुआ था।
वाल्मीकि जयंती के खास मौके पर अपनों से साझा करें कुछ खास संदेश –
1. रामयण को जिसने रच डाला,
जो संस्कृत का कवि है महान,
ऐसे हमारे पूज्य गुरुवर
के चरणों में शत-शत प्रणाम
2. गुरु होता सबसे महान,
जो देता है सबको ज्ञान,
आओ इस वाल्मीकि जयंती पर
करें अपने गुरु को प्रणाम
3. मेरे पूज्य प्रभु सीता-राम है,
इनके चरणों में मेरा नमस्कार है,
सुबह उठकर में इनका नाम लूं
इनके बताये मार्ग पर पूरा जीवन चलूं.
4. सुख में दुख है और दुख में सुख है,
इस भाव को जो समझ जाता है,
उसके अहंकार का नाश हो जाता है,
और वो जीवन में परम आनन्द पाता है
5. लिख दी जिसने कथा पवित्र सीता-राम की
साथ ही बताई भक्ति रामभक्त हनुमान की
प्रेम भाई भरत और लक्ष्मण का अनूठा
कैसे मां कौशल्या दशरथ से भाग्य रूठा
मेरे पूज्य प्रभु सीता-राम है,
इनके चरणों में मेरा नमस्कार है,
सुबह उठकर में इनका नाम लूं
इनके बताये मार्ग पर पूरा जीवन चलूं
जैसे पके हुए फलों को
गिरने की सिवा कोई भय नहीं,
वैसे ही पैदा हुए मनुष्य को
मृत्यु के सिवा कोई भय नहीं
सुख-दुःख हैं जीवन के मेहमान
आते हमारे पास बिन बुलाये
अहंकार का करो नाश तुम
ये जीवन का दुश्मन कहलाये
गुरु होता सबसे महान
जो देता है सबको ज्ञान
आओ इस वाल्मीकि जयंती पर
करें अपने गुरु को प्रणाम
राम-सीता हैं मेरे पूज्य प्रभु
इनके चरणों में करूं मैं नमस्कार
जब भी हो नया सुनहरा सवेरा
राम-राम नाम जपूं मैं बरम्बार
हैप्पी वाल्मीकि जयंती
महर्षि वाल्मीकि ने रामयण लिख
मानवता पर उपकार किया है,
इसलिए आज उनकी जयंती पर
पूरा विश्व उन्हें नमस्कार किया है
वाल्मीकि जयंती को प्राकट्य दिवस या प्रगति दिवस भी कहा जाता है
महर्षि वाल्मीकि ने पवित्र ग्रंथ रामायण की संस्कृत में रचना की थी। माना जाता है कि महर्षि वाल्मीकि ने त्रेता युग में नारद मुनि से भगवान राम की कहानी सुनी थी। उसके बाद उन्हीं के मार्गदर्शन में महर्षि ने महाकाव्य लिखा। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, अश्विन माह की पूर्णिमा के दिन वाल्मीकि जयंती मनाई जाती है जो कि इस साल 31 अक्तूबर को है।
महर्षि वाल्मीकि जी ने लिखी
कथा श्री राम जी की
हमको बताई ऋषिवर ने
बातें महापुराण रामायण की
हैप्पी वाल्मीकि जयंती
गुरु हम सबको देता है ज्ञान,
गुरु होता है सबसे महान,
वाल्मीकि जयंती के शुभ अवसर पर
आओ अपने गुरु को करें प्रणाम
जे न मित्र दुख होहिं दुखारी।
तिन्हहि बिलोकत पातक भारी,
निज दुख गिरि सम रज करि जाना।
मित्रक दुख रज मेरु समाना॥
महर्षि वाल्मीकि जयंती की शुभकामनाएं
रामयण को जिसने रच डाला,
जो संस्कृत का कवि है महान,
ऐसे हमारे पूज्य गुरुवर
के चरणों में शत-शत प्रणाम
गुरुर ब्रह्मा गुरुर विष्णु
गुरुर देवो महेश्वरः
गुरुः साक्षात्परब्रह्मा
तस्मै श्री गुरुवे नमः
हैप्पी वाल्मीकि जयंती
वाल्मीकि जी का जीवन
हमें सिखाता है कि
वे अच्छे या बुरे नहीं पैदा हुए हैं,
ये हमारे कर्म हैं
जो हमारी महानता को निर्धारित करते हैं।
हैप्पी वाल्मीकि जयंती 2020
आपको ज्ञान मिले ऋषि वाल्मीकि से,
धन-दौलत-वैभव मिले मां लक्ष्मी से,
शक्ति मिले आपको आदि शक्ति माँ दुर्गा से,
सुख-शांति-उन्नति मिले प्रभु श्री राम से।
शुभ वाल्मीकि जयंती 2020
जब गुरु अपने ज्ञान को लुटाता है,
सारा जहां आनन्दित हो जाता है,
गुरु पर जो रखता है आस्था,
हर मुसीबत में वो पा जाता है रास्ता।
वाल्मीकि जयंती 2020 की शुभकामनाएं