UPSC में मिली असफलता कई बार कैंडिडेट्स को निराश कर देती है। इसके लिए कई बार कैंडिडेट्स कठिन परिश्रम भी करते हैं, लेकिन सफल नहीं होने पर तैयारी छोड़ भी देते हैं। आज हम आपको नतिशा माथुर की कहानी बताएंगे, जिन्होंने एक नहीं बल्कि दो बार UPSC एग्जाम क्लियर किया था। वह दिल्ली पुलिस में ACP के पद पर अपनी सेवाएं दे रही थीं। उन्होंने एग्जाम दिया है UPSC-2019 में AIR 37 रैंक हासिल की थी।

नतिशा माथुर का परिवार उत्तर प्रदेश के मथुरा से आता है। यहां उनके परिवार की काफी जमीन भी है, जिसपर कुछ समय पहले तक उनके पिता खेती करते थे। अभी पूरा परिवार दिल्ली के द्वारका के मजरी गांव में शिफ्ट हो गया है। उनकी शुरुआती पढ़ाई भी दिल्ली से ही हुई है।

इसके बाद अच्छे नंबरों के आधार पर उन्हें हिंदू कॉलेज में दाखिला मिल गया था। यहां से उन्होंने पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स में ग्रेजुएशन की। आर्ट्स फैकल्टी से एमए पॉलिटिकल साइंस के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने का फैसला लिया था।

ACP से बनीं IAS अधिकारी: नतिशा को अच्छी तरह मालूम था कि ये राह उनके लिए आसान नहीं होगी क्योंकि यूपीएससी देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। उन्होंने इन सब बातों पर विचार करने के बाद अपनी तैयारी शुरू की, लेकिन पहले प्रयास में वह असफल हो गईं। साथ ही वह अन्य एग्जाम की भी तैयारी कर रही थी और उन्होंने स्टाफ सलेक्शन कमिशन का एक एग्जाम दिया था। इसमें वह कामयाब हो गई। लेकिन उनका मन तो आईएएस अधिकारी बनने का था।

नतिशा ने नौकरी जॉइन करने के साथ यूपीएससी की तैयारी भी जारी रखी। साल 2018 में दिए एग्जाम में उन्हें AIR 351 रैंक हासिल हुई थी। लेकिन उन्हें IPS मिल पाया था। उन्हें DANP के तहत पहली पोस्टिंग दिल्ली पुलिस में मिल गई। ट्रेनिंग के दौरान दिल्ली पुलिस में एसीपी के रूप में काम करने लगीं। साथ ही उन्होंने साल 2019 में एक बार फिर एग्जाम देने का फैसला किया।

आखिरकार 2019 में वो समय आ ही गया, जिसका नतिशा बेसब्री से इंतज़ार कर रही थीं। इसमें उन्हें 37 रैंक मिल गई और साथ ही उनका सपना भी पूरा हो गया। नतिशा माथुर को गुजरात कैडर मिला है और अभी वह यहीं पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। एक इंटरव्यू में नतिशा के पिता संजीव माथुर ने उनकी तारीफ करते हुए कहा था, ये पूरे परिवार के लिए बहुत खुशी की बात है। वह बचपन से ही पढ़ाई में बहुत होशियार थी।