लोगों के लिए अपने सपने को जीना और उसे पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास करना कई बार मुश्किल होता है। अक्सर देखा जाता है कि लोग अपने रोजाना की भागदौड़ में फंसे रह जाते हैं, लेकिन आज एक ऐसे पुलिसकर्मी की बात की जाएगी जिनका सपना तो यूपीएससी क्लियर करने का था, लेकिन वह भर्ती हेड कॉन्स्टेबल के तौर पर हो गए थे। निरंतर प्रयास से आखिरकार वह यूपीएससी क्लियर करने में कामयाब हुए और बतौर एसीपी ट्रेनिंग भी शुरू कर दी। हम बात करें हैं दिल्ली में एसीपी के पद पर तैनात फिरोज आलम की।
फिरोज आलम ने करीब 10 साल पहले दिल्ली पुलिस जॉइन किया था। वह दिल्ली पुलिस में बतौर हेड कॉन्स्टेबल भर्ती हुए थे। हालांकि वह शुरू से ही अधिकारी बनना चाहते थे और उन्होंने उम्मीद और मेहनत नहीं छोड़ी।
अपनी मेहनत के दम पर फिरोज ने 2019 यूपीएसी क्रैक किया था, जिसमें उनकी 645 रैंक थी। फिरोज ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनकी पहली पसंद IAS की पोस्ट थी, लेकिन रैंक के आधार पर उनका चयन DANP कैडर में हुआ।
‘मंज़िलें कदम चूमेंगी रास्ता खुद बन जाएगा
हौसला कर तू बुलंद तो आसमाँ भी झुक जाएगा’हौसलों व सपनों की उड़ान की प्रेरक कहानी
2011 में हेड कॉन्स्टेबल के रूप में दिल्ली पुलिस में शामिल हुए श्री फिरोज आलम ने @DelhiPolice में ही ACP के रूप में प्रशिक्षण प्रारम्भ किया।
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अब फिरोज आलम की ट्रेनिंग भी शुरू हो गई है। उनकी ट्रेनिंग अगले साल खत्म होगी। IAS अधिकारी प्रियंका शुक्ला ने भी फिरोज को इसके लिए बधाई दी है और उनकी तारीफ भी की है। प्रियंका ने ट्वीट किया, ‘मंज़िलें कदम चूमेंगी रास्ता खुद बन जाएगा। हौसला कर तू बुलंद तो आसमां भी झुक जाएगा। हौसलों व सपनों की उड़ान की प्रेरक कहानी। 2011 में हेड कॉन्स्टेबल के रूप में दिल्ली पुलिस में शामिल हुए श्री फिरोज आलम ने दिल्ली पुलिस में ही एसीपी के रूप में प्रशिक्षण प्रारंभ किया।’
फिरोज आलम का परिवार उत्तर प्रदेश के हापुड़ का रहने वाला है। वह दिल्ली पुलिस में भर्ती होने के बाद फिलहाल राजधानी में ही रह रहे थे। फिरोज ने अपनी सफलता के लिए क्रेडिट दिल्ली के पांडव नगर थाने में तैनात इंस्पेक्टर मनीष यादव को दिया है।
मनीष ने भी ट्वीट कर फिरोज को इस सफलता के लिए बधाई दी है। फिरोज की तस्वीर भी इन तेजी से इंटरनेट पर वायरल हो रही है। आम लोग भी फिरोज को उनकी सफलता की बधाइयां देते हुए नहीं थक रहे हैं।