उत्तर प्रदेश के कुंडा से बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का पूरे इलाके में वर्चस्व है। उनके पिता उदय प्रताप सिंह भदरा रियासत के महाराज रहे हैं। राजा भैया के पिता उन्हें बचपन से ही राजनीति में लाना चाहते थे। यही वजह थी कि वह बहुत कम उम्र में ही विधायक बन गए थे। साथ ही राजा भैया को घुड़सवारी, शूटिंग समेत कई अन्य चीजों का भी शौंक है।

कई बार राजा भैया को यही शौंक भारी भी पड़ गए हैं। ‘बीबीसी’ से बात करते हुए उन्होंने एक बार बताया था, ‘घुड़सवारी का शौंक हमें बचपन से ही है। लेकिन एक बार हम घोड़े से गिर भी गए थे और इसमें हमें कई गंभीर चोटें भी आईं थीं। इस दुर्घटना में हमारी दो पसलियां भी टूट गई थीं। इसके बाद हमारा लंबे समय तक इलाज चला था।’ बावजूद इसके वह अभी भी अपने इस शौंक के लिए पूरा समय निकालते हैं।

बेटी को भी है घुड़सवारी का शौंक: राजा भैया की दो बेटियां राघवी कुमारी और बृजेश्वरी कुमारी हैं। अपने पिता की तर्ज पर राघवी कुमारी भी शूटिंग में अपना हाथ आजमाती हैं। राघवी कुमारी ने डबल ट्रैप की जूनियर महिला वर्ग में गोल्ड मेडल हासिल किया था। वहीं, बृजेश्वरी कुमारी प्रोफेशनल घुड़सवार हैं। वह अपने पिता से भी घुड़सवारी की कई ट्रिक्स पूछती हैं।

महल के पास बंद हो जाती हैं गाड़ियां: राजा भैया ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पिता पर्यावरणवादी हैं। उनके सामने गाड़ी का इंजन ज्यादा समय तक ऑन नहीं रखा जा सकता है। मैं भी महल के पास आकर गाड़ी का इंजन बंद कर देता हूं। यहां तक कि महल के अंदर से खुद उनकी गाड़ी स्टार्ट करके बाहर नहीं लाई जाती है बल्कि उसे खींचकर महल के बाहर लाया जाता है और फिर स्टार्ट किया जाता है। राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद के साथ भी जुड़े रहे हैं।