Breast Feeding Food: ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को अपने सेहत के प्रति खास तौर पर सचेत रहने की जरूरत होती है। इस दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, ये जानना भी बहुत जरूरी है। कई बार सही खान-पान के अभाव में मिल्क प्रोडक्शन ठीक तरीके से नहीं हो पाता है। ब्रेस्ट फीडिंग कई बार थकान से भरा और चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे में महिलाओं को बार-बार भूख लगती है पर कुछ खाने से कहीं बच्चे को नुकसान न हो ये सोचकर महिलाएं अपने आप को रोक लेती हैं। भूख और ऊर्जा की कमी से स्तनपान कराने वाली महिलाओं को चिड़चिड़ाहट की समस्या हो सकती है। आइए जानते हैं ‘मम्सनेट’ की इस रिपोर्ट से कि क्या खाने से ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को हो सकता है नुकसान।

चॉकलेट: कई महिलाओं को चॉकलेट बेहद पसंद होता है। लेकिन अगर आप स्तनपान कराती हैं तो चॉकलेट का सेवन करते वक्त सतर्क हो जाएं। चॉकलेट में कैफीन की मात्रा होती है जो अगर थोड़े अमाउंट में खाया जाए तो उतना खतरनाक नहीं होता। हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार कई महिलाएं मानती हैं कि चॉकलेट खाने से उनके बच्चे पर लैक्सेटिव इफेक्ट पड़ता है जिसका मतलब है कि बच्चों को पेट खराब की शिकायत हो सकती है। अगर बच्चा चिड़चिड़ा हो जाए और पेट खराब हो तो महिलाओं को चॉकलेट खाना बंद कर देना चाहिए।

गार्लिक: लहसुन खाने से वैसे तो कई फायदे होते हैं लेकिन स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लहसुन का सेवन उतना भी लाभकारी नहीं होता। लहसुन की तेज महक से कई लोगों को परेशानी होती है। आपको शायद ही ये बात ज्ञात हो कि लहसुन खाने से ये स्मेल ब्रेस्ट मिल्क में भी मिल सकती है जो बच्चों को हो सकती है नापसंद। अगर आप अपने बच्चे को लहसुन खाने के तुरंत ब्रेस्ट फीडिंग करवा रही हैं और बच्चा दूध पीने से कतराने लगे तो इसके पीछे लहसुन की स्ट्रॉन्ग स्मेल हो सकती है वजह।

डेयरी प्रॉडक्ट्स: कई बार ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को डेयरी प्रॉडक्ट्स न इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। इसके पीछे वजह ये बताई जाती है कि ब्रेस्ट मिल्क पीने वाले बच्चों को इससे कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। गाय के दूध से बनी चीजें छोटे बच्चों के लिए नुकसानदेह हो सकती हैं। अगर इनके सेवन के बाद ब्रेस्ट फीड करने से बच्चों में स्किन संबंधी समस्याएं और पेट में दर्द की परेशानी हो तो अपने डाइट में से डेयरी प्रॉडक्ट्स को हटा लें।

गेंहू: ‘मॉम 365’ की एक दूसरी खबर के मुताबिक शरीर कई बार कुछ पदार्थों को लेकर संवेदनशील हो जाता है। ऐसे ही कई लोग गेंहू में मिलने वाले प्रोटीन ग्लूटेन के सेवन से भी बीमार पड़ जाते हैं। ब्रेस्ट फीडिंग महिलाओं को भी इस वजह से गेंहू का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। अगर ब्रेस्ट मिल्क पीने वाले बच्चों के स्टूल में ब्लड मिलता है तो ग्लूटेन इनटॉलरेंस उसका कारण हो सकता है। इसके अलावा, पेट में दर्द और चिड़चिड़ापन भी इसके लक्षण हो सकते हैं।