शरीर के किसी भी हिस्से पर अगर सूजन कई दिनों तक बना रहता है तो इसे हल्के में लेने की जरूरत नहीं है। किसी विशेषज्ञ या फिर चिकित्सक से तत्काल मिलकर इसका कारण जानना बहुत जरूरी है। यह किसी गंभीर रोग का संकेत हो सकता है। शरीर में अतिरिक्त पानी के इकट्ठा हो जाने की वजह से सूजन की समस्या होती है। ऐसे में अगर किसी भी अंग में सूजन एक सप्ताह से ज्यादा रहता है तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है। इस तरह के मामले अक्सर पुरुषों की बजाय महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलते हैं। दरअसल महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले वसा का अनुपात ज्यादा होता है। ये वसा कोशिकाएं अतिरिक्त पानी का संचय कर लेती हैं जिससे शरीर में सूजन रहने की संभावना बढ़ जाती है।
शरीर के अंगो पर लंबे समय तक बने रहने वाले सूजन कई बार गंभीर बीमारियों को संकेत देते हैं। चेहरे पर सूजन यूं तो संक्रमण की निशानी होती है लेकिन अगर यह सूजन कुछ दिनों तक टिक जाए तो यह गंभीर बीारी का संकेत हो सकता है। ऐसे में चेहरा लाल हो जाता है, बुखार और सांस लेने में परेशानी होती है। बढ़ती उम्र में मेटाबॉलिज्म घटने के साथ -साथ हाथों और उंगलियों में सूजन आम बात है। लेकिन कुछ स्थितियों में यह सूजन लीवर और किडनी के रोग का लक्षण हो सकता है। इसके अलावा इस तरह की समस्या हृदय रोग, गठिया, रक्त विकार, हाइपो थाइरॉएड, रूमेटाइड अर्थराइटिस आदि रोगों की ओर भी संकेत करता है।
पैरों में मोच, लंबी दूरी तक चलने या फिर देर तक खड़े रहने की वजह से सूजन हो सकती है लेकिन अगर दोनों पैरों में सूजन के साथ लाली, गर्माहट और चलने फिरने पर पैर में खिंचाव की समस्या दिखाई दे तो यह डीप वेन थ्रोम्बोसिस (डीवीटी) का संकेत हो सकता है। इसमें टांगो की नसों में खून का जमाव हो जाता है। अक्सर लोग इसे फाइलेरिया. सियाटिका या फिर नस चढ़ने की समस्या मान लेते हैं, और फिर इनके हिसाब से इलाज कराने लगते हैं जो समस्या को पूरी तरह से ठीक नहीं कर पाता।

