Signs of dying plant: तापमान में गिरावट आने के साथ पौधे की सेहत प्रभावित होने लगती है। पौधे मरने लगते हैं और इनमें कई सारी समस्याएं नजर आने लगती हैं। ऐसे में समय रहते समझने वाली बात ये है कि पौधा जब मरने लगे या इसकी सेहत प्रभावित होने लगे तभी शुरुआत में ही इसे समझ लें। फिर इस पौधे को उगाएं। तो आपको करना ये है कि पौधे जब मर रहे हों तो आप इन पौधों में दिखने वाले लक्षणों को पहचान लें और समय रहते इन्हें बचाने की कोशिश करें। तो इन तमाम टिप्स की मदद लें और फिर पौधों को मरने से बचाएं।
पौधा मरने के संकेत-What are the symptoms of a sick plant
पत्तियों का पीलापन
पौधा जब मरने लगता है तो जो सबसे पहला संकेत सामने आता है वो है पत्तियों का पीला होना। दरअसल, जब पत्तियां पीली होकर झड़ने लगती हैं तो इसका मतलब है कि पौधे में जरूर कुछ न कुछ समस्या है। ये पोषण की कमी की वजह से हो सकता है या फिर ज्यादा पानी या कम पानी देने की वजह से भी ये स्थिति सामने आ सकती है। ऐसे में आपको पत्तियों के पीलेपन को देखते ही इसका इलाज करना चाहिए।
पौधों में इंफेक्शन
पौधों में इंफेक्शन, पौधा मरने की वजह बन सकती है। दरअसल, फंगल इंफेक्शन की वजह से या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से पौधों की जड़ों को नुकसान होने लगता है और फिर पेड़-पौधे खराब होने लगते हैं। ऐसी स्थिति में आपको पौधों की सेहत को देखते हुए फैसला लेना चाहिए और फिर इन पौधों की ग्रोथ को देखते हुए कुछ कदम उठाना चाहिए।

पौधों की ग्रोथ न होना
पौधों की ग्रोथ न बढ़े तो आपको ध्यान देना चाहिए कि ये पौधा समय के साथ मर सकता है। ऐसी स्थिति आए इससे पहले आप इस पौधे के पोषण पर ध्यान दें और फिर इनकी ग्रोथ के लिए काम करें। ये ज्यादा पानी देने की वजह से भी हो सकता है या फिर कम पानी और पोषण की कमी की वजह से भी हो सकता है।
मरने वाले पौधों का इलाज कैसे करें-How to save dying plants indoor
मरने वाले पौधों के लिए आप कुछ टिप्स की मदद ले सकते हैं, जैसे कि
-सबसे पहले देखें कि क्या आपका पौधा वास्तव में मरा हुआ है तो इसके बाद पौधे को फिर से लगाएं।
-इसके बाद आपको करना है ये कि मिट्टी तैयार करें और इसमें थोड़ा सो एनपीके (NPK) मिलाएं।
-फिर इस पौधे को लगाएं और इन्हें हल्का पानी दें।
-फिर पौधे को प्लांट फूड दें जिससे पौधे की ग्रोथ बढ़ने लगती है।
फिर इस पौधे को धूप में डालें ताकि इसकी ग्रोथ बढ़ने लगे। इस तरह से आप इन टिप्स की मदद से पौधों को हेल्दी रख सकते हैं और इन्हें कई बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन से बचा सकते हैं। जानते हैं आंवले का काढ़ा कैसे बनाएं? सफेद बाल वालों और मोटे लोगों के लिए तो औषधि है Amla