आज यानी 31 जुलाई को सावन माह का चौथा सोमवार है। हिंदू धर्म में सावन के सोमवार का बहुत अधिक महत्व माना जाता है। सावन के पावन महीने में पड़ने वाले हर एक सोमवार को अधिकतर लोग भगवान शिव के नाम का व्रत रखते हैं। वहीं, व्रत के दौरान केवल फलाहार लेने का नियम है, ऐसे में आपको अपनी सेहत का ख्याल रखने की भी जरूरत होती है। खासकर अगर आप वर्किंग हैं और ऑफिस में काम का प्रेशर अधिक रहता है। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं और सोमवार के दिन शिव के नाम का उपवास रख रहे हैं, तो इस लेख में हम आपको एक खास रेसिपी बताने जा रहे हैं। इस रेसिपी से तैयार फलाहारी ना केवल पोषक तत्वों से भरपूर होगी, बल्कि इसका स्वाद भी आपको खूब पसंद आने वाला है।

सावन व्रत में खाएं फलहारी डोसा

फलहारी डोसा बनाने के लिए आपको समा के चावल, राजगिरा आटा, सेंधा नमक, छाछ, अदरक और हरी मिर्च की जरूरत होगी।

बता दें कि समा के चावल का सेवन करने से सेहत को कई तरह के लाभ मिलते है। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी2, विटामिन सी, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम जैसे शरीर के लिए जरूरी कई पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा समा के चावल का सेवन वेट लॉस करने में भी आपकी मदद कर सकता है। इन चावलों में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। ऐसे में इसके सेवन से पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है और आपको बार-बार भूख नहीं लगती है। इस तरह ये वजन को कम करने और व्रत के दौरान खाने का एक बेहतरीन विकल्प है।

वहीं, बात अगर राजगिरा आटा की करें, तो इसके भी सेहत पर कई फायदे हैं। राजगिरा आटा प्रोटीन से भरपूर होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो महज 1/2 कप राजगिरा के बीज से ही 14.7 ग्राम प्रोटीन मिलता है। साथ ही इसमें फाइबर की मात्रा भी अच्छी होती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित लोगों को खासतौर पर इस आटे का सेवन करने की सलाह देते हैं।

कैसे तैयार करें फलहारी डोसा?

  • इसे बनाने के लिए सबसे पहले समा के चावलों को साफ कर इन्हें अच्छे से धो लें।
  • अब चावलों को साफ पानी में करीब 2 घंटे के लिए भिगोकर रख दें।
  • तय समय बाद चावलों से पानी को छानकर अलग कर लें। इसके बाद एक मिक्सर में चावल डालें और 2 बड़े चम्मच पानी के साथ एक मिश्रण तैयार कर लें।
  • मिश्रण में राजगिरा आटा, छाछ, अदरक और हरी मिर्च का पेस्ट और सेंधा नमक डालकर अच्छी तरह मिला लें।
  • इसके बाद तैयार पेस्ट को ढककर रात भर खमीर आने के लिए अलग रख दें। अगर आप शाम के समय डोसा खाने वाले हैं, तो सुबह दिन में खमीर को तैयार कर सकते हैं।
  • इसके बाद नॉन-स्टिक तवा गरम करें और एक करछुल घोल तवे पर डाल दें।
  • ध्यान रहे, आपको हल्के हाथों से घोल को गोलाकार में चलाते रहना है। साथ ही इसके किनारों पर हल्का घी लगाते रहें।
  • जब ये हल्का सुनहरा हो जाए तो इसे तवे से उतार लें।
  • इस तरह आपका स्वाद में लाजवाब फलहारी डोसा तैयार है। आप इसे मूंगफली दही की चटनी के साथ खा सकते हैं।