उत्तर भारत में सरसों का साग तो घरों में अक्सर बनाया जाता है, लेकिन सरसों की भुजिया का आनंद कम ही लोग ले पाते हैं। साग को बनाने में थोड़ा वक्त लगता है, लेकिन भुजिया 10-15 मिनट में तैयार हो जाती है। इसकी खुशबू और स्वाद साग से बिल्कुल अलग होते हैं। इसमें पत्तों का थोड़ा कच्चापन रह जाता है, जो इसके जायके को बेहतरीन बनाता है।
सरसों की भुजिया बनाने की सामग्री
सरसों के पत्ते: 500-600 ग्राम
प्याज: दो
टमाटर: तीन
लहसुन: पांच-छह कलियां
जीरा: एक चम्मच
हींग: एक चुटकी
हल्दी: आधा चम्मच
धनिया पाउडर: एक चम्मच
लाल मिर्च और नमक: स्वादानुसार
सरसों की भुजिया बनाने की विधि
- सबसे पहले सरसों के पत्तों को अच्छे से धो कर बारीक काट लें। साथ ही प्याज, टमाटर और लहसुन को भी छीलकर काट लें।
- अब कड़ाही में तेल गर्म करके उसमें हींग, जीरा, राई और सूखी लाल मिर्च डाल कर भूनें। फिर प्याज और लहसुन डालकर सुनहरा लाल रंग आने तक भूनें। इसके बाद कटे हुए टमाटर उसमें डाल दें। साथ ही धनिया पाउडर और हल्दी भी इसमें मिला दें। जब टमाटर पक जाएं, तो कटे हुए सरसों के पत्ते डाल दें और ऊपर से नमक छिड़क दें।
- ध्यान रहे कि नमक एक साथ डालने के बजाय सरसों के पत्तों को चम्मच से पलटते हुए थोड़ा-थोड़ा करके मिलाएं। नमक एक साथ डालने से वह पत्तों से चिपक जाता है और पूरी सब्जी में बराबर से नहीं मिलता।
- अब कड़ाही पर ढक्कन रख दें और एक-एक मिनट बाद चम्मच से चलाते रहें, ताकि पत्ते कड़ाही के तले से न चिपकें। धीमी आंच पर सात से दस मिनट तक पकाने पर सरसों की भुजिया बनकर तैयार हो जाएगी। इसे रोटी या परांठे के साथ परोसा जा सकता है।
