आज दीपों का पर्व दीपावली है। भगवान राम के अयोध्या आगमन पर भव्य समारोह के तौर पर कहीं दिवाली मनाई जाती है। तो कहीं लक्ष्मी और गणेश जी के पूजन के निमित्त दीप पर्व मनाया जाता है। दिवाली के मौके पर लोग अपने घरों को डेकोरेटिव लाइट्स और दीये से सजाते हैं। साथ ही इस दिन महिलाएं घरों में रंगोली भी बनाती हैं। कुछ रंगों की रंगोली बनाती हैं तो कुछ कुंदन रंगोली बनाती हैं। दिवाली के पहले से ही महिलाएं सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर रंगोली की अलग-अलग डिजाइन्स देखने लगती हैं ताकि सबसे बेस्ट डिजाइन की रंगोली वो बना पाएं।
इस रंगोली में चावल का इस्तेमाल किया गया है। चावल को अलग-अलग रंगों से रंग कर इसे तैयार किया गया है। यह काफी सिंपल और आसान है। इसे बनाने में आपको समय भी कम लगेगा।
दिवाली पर रंगोली काफी ट्रेंड में रहती है और लड़कियां बहुत मन से बनाती हैं। रंगोली को बहुत तरीकों से बनाया जाता है। राजस्थानी रंगोली, कुंदन रंगोली, चावल के आटे की रंगोली इत्यादि। कई लड़कियां रंगोली को और खूबसूरत बनाने के लिए उस पर सुंदर-सुंदर दीये भी रख देती हैं। इससे रंगोली की डिजाइन और उभरकर आती है।

Highlights
माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहे इसके लिए दिवाली की शाम शास्त्रों में लक्ष्मी माता के साथ गणेश और कुबेर की पूजा का विधान बताया गया है।
दीपावली पर गणेश लक्ष्मी की पूजा से पहले रंगोली बनाने की मान्यता है। रंगोली बनाने का कारण यही बताया जाता है कि हिंदू धर्म में जब हम किसी अतिथि या गणमान्य का अपने यहां स्वागत करते हैं कि पहले उनके स्वागत में घर को सजाया जाता है। ठीक इसी तरह आज दिवाली के दिन गणपति और लक्ष्मी का आगमन होगा। इससे पहले रंगोली, दीया, धूप आदि से वातावरण पूरी तरह पवित्र और सुरम्य बना दिया जाता है।
रंगोली शुभता और संपन्नता का प्रतीक मानी जाती है। यह सकारात्मक शक्तियों को घर में आकर्षित करती है। रंगोली का निरादर किया जाना अशुभ माना गया है। रंगोली को झाड़ू या कपड़े से हटाया जाना वास्तु के अनुसार गलत है।
रंगोली बनानी है। आपके पास समय ही नहीं है तब आप सबसे आसान रास्ता ढूंढेंगे। तो आसान तरीका है कि पाउडर रंगों का इस्तेमाल ना कर चॉक का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे गलत होने की संभावना भी कम हो जाती है। इसके साथ ही अगर ज्यादा काम करने से बचना चाहते हैं तो सिर्फ फूलों से स्वास्तिक बना सकते हैं जो देखने में काफी सुंदर लगेगा।
दिवाली रोशनी का त्योहार है। लोग इस त्योहार के जश्न में दीये, मोमबत्तियां, पठाखों के अलावा घरों, देहरी पर रंगोली भी बनाते हैं। रंगोली भारत की एक पारंपरिक कला है। रंगोली बनाने की प्रथा ना सिर्फ उत्तर भारत में है बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी खासे प्रचलन में है। देश के अलग अलग हिस्सों में इस् अलग अलग नाम से जाना जाता है। बंगाल और असम में इसे अल्पना कहते हैं। तमिलनाडु में इसे कोलम नाम से जाना जाता है। आंध्र प्रदेश में इसे मुगुल्लू कहते हैं। छत्तीसगढ़ में इसे चौकपूर्णा कहते हैं। केरल में ओणम के त्योहार में फूलों से रंगोली बनाई जाती है जिसे पूकालम कहते हैं।
रंगोली बनाने के लिए लोग बाजार में मिलने वाले कई तरह के रंगों का इस्तेमाल करके हैं। आप बाजार में मिलने वाले रंगों का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं तो घर पर मौजूद चीजों से रंगोली के रंग बना सकते हैं। हल्दी, सूजी, आटें, अनार के छिलको का पाउडर बनाकर आप कलर्स बना सकते हैं। इस दिवाली आप इंटरनेट पर देखकर कई प्रकार की रंगोली के डिजाइन्स बना सकते हैं।
दिवाली का त्योहार उत्साह से भरा होता है। इसकी तैयारी कई दिन पहले से शुरू हो जाती है। दिवाली से पहले ही घरों की सफाई का काम शुरू हो जाता है। दिवाली वाले दिन लोग अपने घरों को अच्छे से सजाते हैं और इस दिन रंगोली बनाने का अलग ही उत्साह रहता है। अगर आप भी रंगोली बनाने वाले हैं तो यहां से Idea ले सकते हैं।
आज कल रंगोली बनाने के लिेए बाजार में कई तरह की चीजें उपलब्ध हैं। जिनकी सहायता से आप मुश्किल रंगोली डिजाइन्स को भी आसानी से बना सकते हैं।
दिवाली का त्योहार हर किसी के लिए खास होता है। जिसका इंतजार लोग पूरे साल करते हैं। लेकिन इससे एक दिन पहले मनाई जाती है छोटी दिवाली। जिसका खास महत्व है। इसे नरक चतुर्दशी भी कहा जाता है। आप छोटी दिवाली और दिवाली पर ये रंगोली बना सकते हैं।
दिवाली पर हर किसी को इंटरनेट पर सबसे आसान और खूबसूरत रंगोली डिजाइन्स का इंतजार रहता है। जिससे वह अच्छी से अच्छी रंगोली तैयार कर सकें। आप अपने घर के मुख्य द्वार पर इसे बना सकते हैं।
दिवाली में लोग अपने घरों में रंगोली बनाते हैं। रंगोली दो स्थान पर जरूर बनाई जाती है। एक दो मुख्य द्वार पर दूसरा घर के पूजा स्थल पर। आप दोनों ही स्थानों पर इस तरह की आसान रंगोली बना सकते हैं।
इस रंगोली को रंगोली पाउडर की मदद से बनाया गया है। इस रंगोली को बनाने में बहुत से रंगों का इस्तेमाल किया गया है।
इस रंगोली को बनाने में बहुत कम रंगों का इस्तेमाल किया गया है। ये बनाने में काफी आसान है। बेहद ही कम समय में आप इस खूबसूरत सी रंगोली को तैयार कर सकते हैं।
इस रंगोली को आप अपने घर के कॉर्नर या फिर किसी शो पीस के पास बना सकते हैं। इसे बनाना काफी आसान होता है।
इस रंगोली को बनाने में भी रंगों के पाउडर का इस्तेमाल किया गया है। इसमें दीया भी बना हुआ है।
यह सिर्फ रंगों की रंगोली नहीं है। इस रंगोली में कुंदन का भी इस्तेमाल किया गया है। इस रंगोली को बनाने के लिए आपको काफी बारीकी से चीजों को देखने की जरूरत है।
दिवाली पर घरों में रंगोली बनाई जाती है। हर कोई खूबसूरत से खूबसूरत रंगोली बनाना चाहता है। इस रंगोली में तीन रंगों का इस्तेमाल किया गया है।