फास्टिंग(व्रत या भूखा रहना) को अलग-अलग धर्मों में विभिन्न मान्यताओं से जोड़ा गया है। लेकिन आजकल धार्मिक मान्यताओं से अलग भी लोगों के बीच फास्टिंग का चलन काफी लोकप्रिय हो रहा है। एक दिन या हफ्ते के कुछ दिन भूखा रहने से आपकी सेहत पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता, बल्कि इससे आपका स्वास्थ्य सुधरता है। फास्टिंग करने से आपके शरीर के अन्दर बहुत से बदलाव होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।

वजन कम होता है:
फास्टिंग करने से आपका शरीर बहुत जल्द और सुरक्षित तरीके से वजन कम करता है। इस प्रक्रिया में शरीर भूखे रहने पर अतिरिक्त फैट को ऊर्जा में बदलता है। आजकल कई एथलीट इस प्रक्रिया को अपनाकर लाभ उठा रहे हैं। इस फास्टिंग में व्यक्ति ज्यादातर घंटों तक खुद को भूखा रखता है और कुछ घंटों के लिए खाता है।

उम्र लंबी बनाता है:
आपको विश्वास नहीं होगा, लेकिन ये सच है कि कम खाने से आपका जीवनकाल लंबा होता है। एक स्टडी के अनुसार लोगों की उम्र उनके कम या ज्यादा खाने पर निर्भर करती है। फास्टिंग करने से आपका मेटाबोलिज्म तेज होता है, जिससे बढ़ती उम्र के चलते होने वाली दिक्कतें जल्दी नहीं आती और आप स्वस्थ रहते हैं।

दिमाग को दुरुस्त करता है:
फास्टिंग करने से दिमाग की कार्य करने की क्षमता दुरुस्त होती है। फास्टिंग से ब्रेन डिराइव्ड न्यूरोट्रोफिक फैक्टर(बीडीएनएफ) नामक प्रोटीन निकलता है, जो हमारे दिमागी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है साथ ही यह प्रोटीन दिमाग संबंधित कुछ बीमारियों से भी बचाता है।

मुंहासों को दूर करता है:
फास्टिंग करने से हमारी त्वचा से मुंहासे दूर हो जाते हैं। फास्टिंग करने के दौरान हमारा शरीर कई टॉक्सिन को बाहर निकालता है और साथ ही दूसरे शारीरिक अंगों का संचालन भी सुचारू रूप से होता है।