गलत खान-पान और आलसी व सुस्त जीवनशैली के कारण कब्ज एक गंभीर समस्या बन सकती है। यह कहना गलत नहीं होगा कि पहले के समय में लोगों का जीवन बहुत स्वस्थ था। कब्ज की समस्या तब सिर्फ सही खान-पान और सही समय पर अच्छी आदतों के कारण होती थी। लेकिन अब जैसे-जैसे समय बदला है लोगों के खान-पान और रहन-सहन में भी बदलाव आया है और इसलिए कब्ज एक बड़ी समस्या के रूप में जानी जाने लगी है। आपको हर घर में कम से कम एक कब्ज़ का रोगी होने की गारंटी है।
कई लोग इसे आम समस्या समझकर इग्नोर करने की गलती कर बैठते हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल न करें। कब्ज एक आम समस्या है और अगर आपने इस पर ध्यान नहीं दिया तो इससे कब्ज, मोटापा, थकान और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं और फिर इसके इलाज पर आपको काफी पैसे खर्च करने पड़ेंगे, लेकिन कोई स्थाई समस्या नहीं होगी।
कब्ज होता क्या है?
कब्ज तब होता है जब आपका मल मलाशय से नहीं गुजरता है, कठोर होता है या मल त्याग करते समय कठिनाई, दर्द या मल की थोड़ी मात्रा का कारण बनता है। हम जो खाते हैं उससे मल मल बनता है और इन मल को समय पर शरीर से बाहर निकालना जरूरी है। क्योंकि इसमें कई कीटाणु होते हैं। यदि ये मल बाहर न निकले तो पेट और आंतों में विषैले तत्व जमा होने लगते हैं।
आयुर्वेद कहता है कि कब्ज का मतलब है कि पेट में आग के साथ कुछ गड़बड़ है और आयुर्वेदिक इलाज से भी इस समस्या को ठीक किया जा सकता है। आयुर्वेद चिकित्सक रेखा राधमनी कहती हैं कि मरीज उनके पास बिना वजह सिर दर्द, मुंह में छाले की शिकायत लेकर आते हैं, ये सभी समस्याएं भी कब्ज की वजह से होती हैं। आयुर्वेद के अनुसार अगर आपका मल एक दिन के लिए भी नहीं निकलता है तो यह पेट के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। आइए जानें कि कब्ज के बारे में आयुर्वेद क्या कहता है।
आयुर्वेद की डॉ. रेखा राधमनी के अनुसार रात को सोने से पहले 5 से 6 सूखे बेर पानी में भिगो दें। और सुबह उठकर सबसे पहले इन बेर को खाली पेट खाएं और फिर जिस पानी में इन्हें भिगोया था उसे पी लें। यह निश्चित रूप से सख्त मल को नरम करने और निकालने में मदद करता है। यह आयुर्वेद में एक सरल लेकिन समान रूप से रामबाण उपाय है जिसके बारे में यह भी जाना जाता है कि इससे बहुतों को लाभ हुआ है। इसलिए अगर आप कब्ज से परेशान हैं तो इस उपाय को जरूर आजमाएं।
कब्ज एक बहुत ही गंभीर समस्या है और अगर आप खुद को इससे बचाना चाहते हैं तो ढेर सारा पानी पीने की आदत बना लें। आपको रोजाना कम से कम सात से आठ गिलास पानी पीना चाहिए। डॉक्टरों का कहना है कि शरीर को हाइड्रेट रखना जरूरी है। देखिए दोस्तों, कितना आसान उपाय है। तो आपको कुछ और करने की जरूरत भी नहीं है। आपको बस इतना करना है कि पानी पिएं और आप कब्ज से बचेंगे। डॉक्टरों का कहना है कि ये सभी उपाय करना जरूरी है लेकिन रोजाना एक्सरसाइज भी करें। जो लोग व्यायाम करते हैं उन्हें कब्ज की समस्या नहीं होती है। इससे पेट की आग शांत होती है और पाचन क्रिया भी दुरुस्त होती है।
अगर आप अपनी डाइट में गुड फैट्स को शामिल करते हैं तो आपको कब्ज से काफी राहत मिल सकती है। यह कब्ज के लिए एक बेहतरीन उपाय है। रोज रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में आधा चम्मच घी मिलाकर पिएं और देखें आपको बहुत बड़ा अंतर दिखाई देगा। डॉक्टरों के अनुसार दालचीनी रेचक के रूप में काम करता है। रोज सुबह एक गिलास गर्म पानी में दालचीनी का पाउडर मिलाकर पीने से कई फायदे मिलते हैं।