Nag Panchami 2024 Date: नाग पंचमी एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जो श्रावण (जुलाई-अगस्त) के चंद्र माह के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन मनाया जाता है। इस दिन उत्तर भारत के कुछ इलाकों में गुड़िया का भी पर्व मनाया जाता है।
नाग पंचमी कब है-Nag panchami kab hai 2024
नाग पंचमी का त्योहार इस बार 9 अगस्त (nag panchami kab hai india) को मनाया जा रहा है। इस त्योहार में नाग की मूर्ति की पूजा होती है, सांपों को दूध, फूल और भोजन अर्पित किया जाता है, साथ ही व्रत और पूजा भी की जाती है। इसके अलावा नाग पंचमी के दिन सांप के आकार के आभूषण पहनने का भी रिवाज है।
नाग पंचमी का इतिहास-Nag Panchami History
नाग पंचमी नाग देवता शेष नाग की कथा से जुड़ी है, जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने शिशु के रूप में भगवान कृष्ण की रक्षा की थी। कहानियों के अनुसार नाग को कृष्ण के मामा उन्हें मारने के लिए भेजा था, लेकिन शेष नाग ने उसकी रक्षा की। इसके अलावा इसके पीछे एक कहानी ये भी है कि सुरक्षा की तलाश में सांपों ने ऋषि अस्तिका की शरण ली, जिन्होंने राजा जनमेजय को बलिदान रोकने के लिए मनाया। यह घटना श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को घटित हुई। तब से, ऋषि आस्तिक द्वारा नागों की रक्षा के उपलक्ष्य में नाग पंचमी मनाई जाती है।
नाग पंचमी का महत्त्व-Nag Panchami Importance
नाग पंचमी नाग पूजा का उत्सव है, जो प्राचीन काल से चला आ रहा है। सांपों को उनकी शक्ति और देवताओं के साथ जुड़ाव के लिए पूजनीय माना जाता है। भक्त बुराई और नुकसान से सुरक्षा के लिए सांपों का आशीर्वाद मांगते हैं। इसके अलावा नाग पंचमी फसल के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है, और माना जाता है कि सांप चूहों और अन्य कीटों से फसलों की रक्षा करते हैं।
अंत में यही कि यह त्योहार सह-अस्तित्व के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रकृति और उसके प्राणियों के प्रति सम्मान को बढ़ावा देता है। कुल मिलाकर, नाग पंचमी हिंदू धर्म में सांपों के प्रतीकात्मक महत्व का जश्न है, जो पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने और सुरक्षा और आशीर्वाद सुनिश्चित करने में उनकी भूमिका पर जोर देती है।