Happy Mother’s Day 2019: कई लोग अपनी जिंदगी में इतने व्यस्त होते हैं कि उन्हें अपने परिवार और माता-पिता के लिए समय नहीं मिल पाता है। यही कारण है कि हमारे देश में कई खास दिन होते हैं जैसे- मदर्स डे, फादर्स डे। हालांकि मां को खास फील करवाने के लिए कोई एक दिन नहीं होता है, हर दिन मां का होता है। लेकिन कई लोग अपनी जिंदगी में इतने व्यस्त होते हैं कि मां के लिए समय नहीं मिल पाता है। ऐसे में मदर्स डे के खास मौके पर आप अपनी मां को इस बात को महसूस करवाएं कि वह आपके लिए कितनी खास हैं। लेकिन उससे पहले जानिए मदर्स डे क्यों मनाया जाता है और इसका महत्व क्या है।
मदर्स डे मां के सम्मान में मनाया जाता है। यह दिन हर बच्चे के लिए खास होता है क्योंकि वह अपनी मां को बताते हैं कि वह उनके लिए कितनी खास है। इस पर्व को हर देश में अलग-अलग तरीकों से और अलग-अलग दिन मनाया जाता है। मदर्स डे को सबसे पहले ग्रीक और रोम में सेलिब्रेट किया गया था। लेकिन इसकी शुरूआत नार्थ अमेरिका से की गई थी। आज हर देश में इस पर्व को बेहतरीन तरीकों से मनाया जाता है।
मां को सम्मान देने के अलावा इसके पीछे और भी कारण हैं। कहा जाता है कि पुराने समय में ग्रीस में मां को सम्मान देने के लिए एक पूजा की जाती थी। इस पूजा में स्यबेले की पूजा की जाती थी जो ग्रीक देवताओं की मां थी और उन्हीं के सम्मान में इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है।
यूरोप और ब्रिटेन में मां के प्रति सम्मान दर्शाने की कई परंपराएं प्रचलित हैं। उसी के अंतर्गत एक खास रविवार को मातृत्व और माताओं को सम्मानित किया जाता था जिसे मदरिंग संडे कहा जाता था। इसके अलावा इंग्लैंड में मदर्स डे मनाने के पीछे कुछ और कारण है। सन 1600 में इंग्लैंड के लोग वर्जिन मैरी की पूजा करते थे और उन्हें उपहार देते थे। यूएस में मदर्स डे को एक पर्व में रूप में मनाया जाता है।

Highlights
वर्तमान में जिस प्रकार मदर्स डे मनाया जाता है, इसका इतिहास बताता है कि यह मदर्स डे को उत्सव के रूप में मनाये जाने का श्रेय एक अमेरिकन महिला "एना जार्विस" को जाता है।
होवे द्वारा वर्ष 1870 में रचित "मदर डे प्रोक्लामेशन" में अमेरिकन सिविल वॉर (युद्घ) में हुई मारकाट संबंधी शांतिवादी प्रतिक्रिया लिखी गई थी। यह प्रोक्लामेशन होवे का नारीवादी विश्वास था जिसके अनुसार महिलाओं या माताओं को राजनीतिक स्तर पर अपने समाज को आकार देने का संपूर्ण दायित्व मिलना चाहिए। 1912 में एना जॉर्विस ने सेकंड संडे इन मई फॉर 'मदर्स डे' को ट्रेडमार्क बनाया और मदर डे इंटरनेशनल एसोसिएशन का गठन किया।
वैसे कुछ देश 8 मार्च वुमंस डे को ही मदर्स डे की तरह मनाते हैं। यहां तक कि कुछ देशों में अगर मदर्स डे पर अपनी मां को विधिवत सम्मानित नहीं किया जाए तो उसे अपराध की तरह देखा जाता है। चीन में मातृ दिवस बेहद लोकप्रिय है और इस दिन उपहार के रूप में गुलनार के फूल सबसे अधिक बिकते हैं। 1997 में चीन में यह दिन गरीब माताओं की मदद के लिए निश्चित किया गया था। खासतौर पर उन गरीब माताओं के लिए जो ग्रामीण क्षेत्रों, जैसे पश्चिम चीन में रहती हैं।
थाईलैंड में मातृत्व दिवस थाइलैंड की रानी के जन्मदिन पर मनाया जाता है। भारत में इसे कस्तुरबा गांधी के सम्मान में मनाए जाने की परंपरा है। बाद में यह तारीखें कुछ इस तरह बदली कि विभिन्न देशों में प्रचलित धर्मों की देवी के जन्मदिन या पुण्य दिवस को इस रूप में इसे मनाया जाने लगा। जैसे कैथोलिक देशों में वर्जिन मैरी डे और इस्लामिक देशों में पैगंबर मुहम्मद की बेटी फातिमा के जन्मदिन की तारीखों से इस दिन को बदल लिया गया
जापान में मातृ दिवस शोवा अवधि के दौरान महारानी कोजुन (सम्राट अकिहितो की मां) के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता था। आज कल इसे अपनी मां के लिए ही लोग मनाते हैं। बच्चे गुलनार और गुलाब के फूल उपहार के रूप में मां को अवश्य देते हैं।
चीन में मातृ दिवस बेहद लोकप्रिय है और इस दिन उपहार के रूप में गुलनार के फूल सबसे अधिक बिकते हैं। 1997 में चीन में यह दिन गरीब माताओं की मदद के लिए निश्चित किया गया था। खासतौर पर उन गरीब माताओं के लिए जो ग्रामीण क्षेत्रों, जैसे पश्चिम चीन में रहती हैं।
इस वर्ष मदर्स डे 2019 की थीम है बैलेंस फॉर बेटर (#balanceforbetter)। इस थीम का मुख्य उद्देश्य विश्व में जेंडर बैलेंस यानी लिंग संतुलन बनाए रखना है।
ना अपनों से खुलता है
ना गैरों से खुलता है
ये जन्नत का दरवाज़ा
मां के पैरों से खुलता है
अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने वर्ष 1914 में आधिकारिक रूप से `मदर्स डे` को मान्यता दी। `मदर्स डे` के दिन दुनिया भर में लोग अपनी मां के प्रति प्रेम, विश्वास जताने के साथ उन्हें शुभकामनाएं देते हैं।
कुछ ग्रंथ मानते हैं कि मां शब्द गोवंश से जुड़ा है। गाय का बच्चा जब पैदा होता है और रंभाता है। उसके स्वर में मां अक्षर का ही नाद होता है। गाय को माता इसी कारण माना गया है। ये एकमात्र जीव है जिसके रंभाने की आवाज में मां स्वर का नाद होता है।
कुछ विद्वान मानते हैं कि मां शब्द मै + आ से बना है। इसका मतलब है मैं परमशक्ति और आ का मतलब आत्मा अर्थात मां , इस तरह मां ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति है जिसके माध्यम से परमेश्वर अपने अंश द्वारा अपनी शक्ति का संचार और विस्तार करता है।
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकाँ आई
मैं घर में सब से छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई ----मुनव्वर राना
मई 1914 को अमेरिकी प्रेसिडेंट वुड्रो विल्सन ने एक लॉ पास किया था जिसमें लिखा था कि मई महीने के हर दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाएगा। जिसके बाद मदर्स डे अमेरिका, भारत और कई देशों में मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाने लगा। इस बार मदर्स डे 12 मई को है।
अमेरिकन एक्टिविस्ट एना जार्विस अपनी मां से बहुत प्यार करती थीं। उन्होंने न कभी शादी की और न कोई बच्चा था। मां की मौत होने के बाद प्यार जताने के लिए उन्होंने इस दिन की शुरुआत की। फिर धीरे-धीरे कई देशों
अमिताभ बच्चन ने अपनी मां और दुनिया भर की मांओं को समर्पित करते हुए एक खास म्यूजिक वीडियो एल्बम लॉन्च किया। अमिताभ ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- 'शुजित सरकार के क्रिएशन, अनुज गर्ग के म्यूजिक, उनके बेटे यजत की आवाज, पुनीत शर्मा के बोल और मेरी आवाज के साथ कल मदर्स डे पर मांओं को श्रद्धांजलि।'
यूरोप और ब्रिटेन में मां के प्रति सम्मान दर्शाने की कई परंपराएं प्रचलित हैं। उसी के अंतर्गत एक खास रविवार को मातृत्व और माताओं को सम्मानित किया जाता था। जिसे मदरिंग संडे कहा जाता था। मदरिंग संडे फेस्टिवल, लितुर्गिकल कैलेंडर का हिस्सा है। यह कैथोलिक कैलेंडर में लेतारे संडे, लेंट में चौथे रविवार को वर्जिन मेरी और 'मदर चर्च' को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता हैं।
कुछ विद्वानों का मानना है कि मां के प्रति सम्मान यानी मां की पूजा का रिवाज पुराने ग्रीस से आरंभ हुआ है। कहा जाता है कि स्य्बेले ग्रीक देवताओं की मां थीं, उनके सम्मान में यह दिन मनाया जाता था। यह दिन त्योहार की तरह मनाने की प्रथा थी। एशिया माइनर के आस-पास और साथ ही साथ रोम में भी वसंत के आस-पास इदेस ऑफ मार्च 15 मार्च से 18 मार्च तक मनाया जाता था।
हजारों फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए
हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए
हजारों बूंद चाहिए समुद्र बनाने के लिए
पर "माँ " अकेली ही काफी है
बच्चों की जिंदगी को स्वर्ग बनाने के लिए
मां को नमन...
हममें से कई लोग आज अपने घर-परिवार से दूर रहकर नौकरियां करते हैं। वैसे लोग जो मदर्स डे पर अपनी मां को मिस कर रहे हैं वो उन्हें यह सम्मान भरा मैसेज भेज सकते हैं।
एक हस्ती जो जान है मेरी
जो जान से भी बढ़कर शान है मेरी
रब हुक्म दे तो कर दूं सजदा उसे
क्योंकि वह कोई और नहीं
मां है मेरी!
कोई भी मां अपने बच्चों को उपहार देने के लिए नहीं कहती। हालांकि आप अपनी मर्जी से भले ही उन्हें कुछ लाकर दे दें। लेकिन यह बहुत बड़ा संकट होता है कि उन्हें गिफ्ट के तौर पर क्या दिया जाए। हमारे वश में हो तो हम पूरी दुनिया उनके कदमों में बिछा दें, लेकिन उपहार भी अपकी क्षमता के अनुसार ही देना पड़ता है और उसकी सार्थकता तभी हो सकती है जब उससे मां को खुशी मिले।
माता के सम्मान में ही तो पूरी दुनिया में इस दिन को कहीं मातृत्व रविवार, ममतामयी रविवार (Mothering Sunday) तो कहीं मदर्स डे के रूप में मनाया जाता है। कुल मिलाकर दुनिया भर में इस दिन सभी बच्चे अपनी मां का सम्मान करते हैं और जीवन भर अपनी निष्काम, निस्वार्थ भावना से उनका पालन पोषण करने के लिए अपनी मां का धन्यवाद करते हैं।
प्यार को सिर्फ एक ही रिश्ते में नहीं बांधा जा सकता बल्कि अपने दिल के करीब हर शख्स के सामने आप अपना प्यार जता सकते हैं।
बच्चे चाहे कितने ही बड़े क्यों न हो जायें वह मां बाप के लिये तो बच्चे ही रहते हैं लेकिन भले ही वे आपको बच्चे समझें आप रहते तो व्यस्क ही हैं। इसलिए मदर्स डे पर आप अपनी मां के साथ ढेर सारी बातें करें, उन्हें अपने बचपन की यादों में ले जाएं, बचपन के रोमांचक किस्से याद दिलाएं
1908 में एना जार्विस ने ग्रेफ्टन, वेस्ट वर्जीनिया की सेंट एंड्रूय मेथडिस्ट चर्च में अपनी मां याद में एक सभा का आयोजन किया। जिसमें दुनिया की सभी माताओं का सम्मान किए जाने की अपील करते हुए इस दिन अवकाश घोषित करने का प्रस्ताव रखा।
एना जार्विस मानती थी कि एक मां जो अपने बच्चों के लिए कर सकती है वह दुनिया में और कोई भी नहीं कर सकता।