श्वेता तिवारी टीवी सीरियल से कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। लेकिन उन्हें एकता कपूर के फेमस टीवी शो ‘कसोटी जिंदगी की’ ने पहली बार पहचान दिलाई थी। इस शो उन्होंने प्रेरणा का किरदार निभाया था, जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया। इसके बाद वह कई टीवी सीरियल्स और फिल्मों में नजर आईं। यहां तक भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में भी उन्होंने अच्छा-खासा नाम कमाया है। इसके अलावा वह बिग बॉस सीजन 4 की विजेता भी रह चुकी हैं। श्वेता तिवारी ना केवल अपने किरदार बल्कि अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं। 4 अक्टूबर, 2018 को वह 38 साल की हो गई हैं, लेकिन खूबसूरती की वजह से उनकी उम्र का अंदाजा लगा पाना मुश्किल हो जाता है। चलिए आज हम आपको श्वेता तिवारी की खूबसूरती के पीछे छिपे ब्यूटी सीक्रेट्स के बारे में बताते हैं। अगर आप भी बढ़ती उम्र के साथ यंग दिखना चाहती हैं तो ये टिप्स आजमा सकती हैं।
काजल: श्वेता तिवारी ने एक इंटरव्यू में अपने ब्यूटी और मेकअप सीक्रेट्स शेयर करते हुए बताया था कि वह मेकअप करते समय आंखों में बाहर की तरफ पहले दार्क शैड्स लगाती हैं। आईब्रो के नीचे वो लाइट कलर का हाइलाइटर इस्तेमाल करती हैं। इृसके अलाव आंखों को बड़ा या छोटा लुक देने के हिसाब से काजल लगाती हैं।
क्लीनसिंग, स्क्रबिंग और टोनिंग: श्वेता स्किन की देखभाल के लिए क्लीनसिंग, स्क्रबिंग और टोनिंग का इस्तेमाल करती हैं। इससे स्किन मॉइस्चराइजिंग और बेलेंस्ड रहती है। स्क्रबिंग से चेहरा एकदम से साफ हो जाता है और उस पर से गंदगी, तेल और पसीना निकल जाता है। ब्राउन शुगर और शहद मिला कर चेहरे की स्क्रबिंग हफ्ते में दो बार कर सकती हैं। इससे डेड स्किन सेल्स निकल जाएंगे और स्किन ग्लो करने लगेगी।
फेस पैक: वह चेहरे की स्किन को ग्लोइंग बनाए रखने के लिए कई तरह के फेस पैक इस्तेमाल करती हैं, जिसमें मुल्तानी मिट्टी का फेस पैक भी शामिल है। मुल्तानी मिट्टी में कई प्रकार के मिनरल जैसे – मैग्नीशियम, क्वार्ट्ज, सिलिका, आयरन, कैल्शियम, कैल्साइट पाए जाते हैं। इससे मुंहासे, झाइयां और चेहरे के दाग-धब्बे दूर होंगे और नेचुरल ब्यूटी मिलेगी। इसके लिए मुल्तानी मिट्टी के गुलाब जल लेकर अच्छे से मिक्स करके पेस्ट बनाएं और चेहरे-गर्दन पर 15 मिनट तक लगाएं। बाद में ठंडे पानी से धो लें।
खूब पानी पीएं: एक्ट्रेस श्वेता स्किन को फ्रैश रखने के लिए दिनभर में करीब 13 ग्लास पानी पीती हैं। सही क्वांटिटी में पानी पीने से आपकी बॉडी से टॉक्सिन्स और बैक्टिरिया आसानी से निकल जाते हैं। अगर बॉडी से टॉक्सिन्स नहीं निकलेंगे, तो ये स्किन सेल्स में जमा होकर इसे डैमेज करेंगे और ब्लैकहेड्स या बंद पोर्स की परेशानी की वजह बनेंगे। इतना ही नहीं, बंद पोर्स की वजह से पिंपल्स की परेशानी भी होती है।
