यूरिक एसिड का बढ़ना एक गंभीर परेशानी है जिसकी वजह से बॉडी में कई तरह की दिक्कतें होती है। यूरिक एसिड एक रसायन है जो हम सभी की बॉडी में बनता है। इस रसायन को किडनी फिल्टर करके यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर निकाल देती है। यूरिक एसिड के बनने से कोई दिक्कत नहीं होती, ये बॉडी से बाहर नहीं निकलता तो परेशान का कारण बनता है। यूरिक एसिड जब बॉडी से बाहर नहीं निकलता तो ये क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा होने लगता है।

बॉडी में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने पर मसल्स में सूजन आने लगती है और जोड़ों में बेहद दर्द रहता है। जोड़ों का दर्द बढ़ने पर ये गाउट का कारण बनता है। यह ब्लड और मूत्र को भी एसिडिक बना सकता है। इस बीमारी की वजह से हाथ-पैरों और मसल्स में दर्द की शिकायत रहती है।

क्रेडी हेल्थ डॉट कॉम के मुताबिक यूरिक एसिड बढ़ने की बीमारी कोई रातों रात नहीं होती बल्कि लम्बे समय में पनपती है। खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से बनपने वाली इस बीमारी के कई कारण हैं। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड की बीमारी पनपने के कौन-कौन से कारण हैं और उनका उपचार कैसे करें।

यूरिक एसिड बढ़ने के कारण क्या हैं?

  • लो मेटाबॉलिज्म यूरिक एसिड को बढ़ाता है।
  • कमजोर गट हेल्थ,
  • बॉडी को एक्टिव नहीं रखना
  • डाइट में प्रोटीन का अधिक सेवन करना
  • लो फैट फूड का सेवन
  • हैवी डिनर करना,
  • रात को देरी से सोना और सुबह देरी से जागना
  • पानी का बेहद कम पीना
  • लीवर में परेशानी होना
  • नॉनवेज का अधिक सेवन करना।

यूरिक एसिड को कैसे कंट्रोल करें:

  • बॉडी को एक्टिव रखें। रोजाना कम से कम 45 मिनट वॉक या एक्सरसाइज करें।
  • पानी का अधिक सेवन करें। पानी यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है।
  • प्रोटीन से भरपूर फूड जैसे दाल,मटर, राजमा, चने और बींस का सेवन करने से परहेज करें।
  • सोने और जागने का समय सुनिश्चित करें।
  • आंवला, जामुन और संतरे का सेवन करें। खट्टे फल यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार हैं।
  • तनाव से दूर रहें। तनाव बीमारी को बढ़ा सकता है। तनाव दूर करने के लिए वॉक और एक्सरसाइज करें।
  • नींद पूरी लें। रात में 8 घंटे की नींद जरूरी है। नींद की कमी से तनाव और कई तरह की बीमारियां बढ़ती हैं।