बालों से ड्राइनेस और फ्रिजीनेस को दूर कर उन्हें सिल्की और शाइनी बनाने के लिए आज के समय में कई तरह के हेयर ट्रीटमेंट मौजूद हैं। इन्हीं में से एक हैं केराटिन, सिस्टीन और बोटॉक्स। इन दिनों ये ट्रीटमेंट खूब चलन में भी हैं। हालांकि, इन्हें लेकर ज्यादातर लोगों का सवाल होता है कि आखिर केराटिन, सिस्टीन या बोटॉक्स में से हेयर्स के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद क्या है? अगर आपके मन में भी ये सवाल है, तो यहां हम आपको इसी के बारे में बता रहे हैं।
इससे पहले विस्तार से समझ लेते हैं कि आखिर इन प्रोसेस के दौरान होता क्या है-
केराटिन
केराटिन ट्रीटमेंट रूखे और बेजान बालों में नई जान डालने के लिए किया दाता है। हालांकि, ये असर कुछ ही समय के लिए रहता है। केराटिन कराने के बाद कुछ समय तक बाल हेल्दी, शाइनी और स्ट्रेट नजर आते हैं।
कितना सेफ है केराटिन ट्रीटमेंट?
इसे लेकर फेमस डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. रश्मि शेट्टी बताती हैं कि केराटिन बेस्ड हेयर स्ट्रेटनिंग प्रोडक्ट्स में फॉर्मेल्डिहाइड या ग्लाइऑक्सीलिक एसिड (Glyoxylic Acid) पाया जाता है, जो हानिकारक हो सकते हैं। इसके अलावा हाल ही में आई एक रिसर्च की रिपोर्ट भी बताती है कि ये एसिड एक्यूट किडनी इंजरी के खतरे को तेजी से बढ़ा सकते हैं। ग्लाइकोलिक एसिड रक्तप्रवाह में अवशोषित होकर ऑक्सालेट में परिवर्तित हो जाता है, जिससे किडनी खराब भी हो सकती है।
सिस्टीन
सिस्टीन ट्रीटमेंट बालों को स्ट्रेट करने के लिए किया जाता है। ये केराटिन जैसे डाइसल्फाइड प्रोसेस को पूरी तरह से नहीं तोड़ता है, साथ ही ये करीब 3 से 4 महीने तक चलता है।
कितना सेफ है सिस्टीन ट्रीटमेंट?
डॉ. रश्मि शेट्टी के मुताबिक, सिस्टीन ट्रीटमेंट केराटिन के मुकाबले कम हानिकारक होता है। हालांकि, इसमें भी ग्लाइकोलिक एसिड होता है, जो भी किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है।
हेयर बोटॉक्स
इन सब से अलग बात हेयर बोटॉक्स की करें तो स्किन बोटॉक्स की तरह ही हेयर बोटॉक्स बालों को हेल्दी बनाए रखने के लिए किया जाता है। इसमें डैमेज बालों को अंदर से रिपेयर किया जाता है। डॉ. रश्मि शेट्टी बताती हैं कि हेयर बोटोक्स में डैमेज बालों को ठीक करने के लिए कई तरह के ऑयल और एंटीऑक्सीडेंट्स को बालों में लगाया जाता है।
कितना सेफ है हेयर बोटॉक्स ट्रीटमेंट?
डर्मेटोलॉजिस्ट के मुताबिक, हेयर बोटॉक्स ट्रीटमेंट सिस्टीन या केराटिन में से सबसे अधिक सेफ तरीका हो सकता है। इस प्रोसेस के दौरान ज्यादा मात्रा में केमिकल्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता है और ऐसे में इसका असर ज्यादा समय तक बालों पर रहता भी नहीं है। हालांकि, अगर आप तीनों में से बेहतर विकल्प चुन रहे हैं, तो हेयर बोटॉक्स को सबसे सुरक्षित माना जा सकता है।