Indira Gandhi Death Anniversary 2019 Speech, Essay, Nibandh, Bhashan, Slogan, Quotes in Hindi: भारतीय इतिहास की आयरन लेडी और देश की पहली व एकमात्र महिला प्रधानमंत्री इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी की 31 अक्टूबर को पुण्यतिथि है। एक समय पर वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की केंद्र बिंदु थीं। उनका जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहबाद में हुआ था। वह 3 बार देश की प्रधानमंत्री बनी थीं। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पाकिस्तान से ईस्ट पाकिस्तान को अलग कराया था, जिसे अब बांग्लादेश कहा जाता है।

देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 35वीं पुण्यतिथि पर 31 अक्टूबर (गुरुवार) सुबह 10 बजे कांग्रेस की ओर से जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस संबंध में सभी जिला व ब्लॉक मुख्यालयों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। साथ ही, कार्यकर्ताओं को भी तैयारी करने के लिए कहा गया है। कांग्रेस पार्टी पूरे देश में इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि को शहादत दिवस के रूप में मनाएगी। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि 31 अक्टूबर 1984 ही वह तारीख थी. जब इंदिरा गांधी देश की एकता और अखंडता के लिए कुर्बान हो गई थीं।

इस ब्लॉग के माध्यम से आप भी अपने लिए निबंध तैयार करें, आयरन लेडी के प्रसिद्ध कथनों को याद करें…

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14:54 (IST)31 Oct 2019
प्रधानमंत्री मोदी ने दी इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को बृहस्पतिवार को उनकी 35वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 1984 में आज ही के दिन उनके अंगरक्षकों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। मोदी ने ट्वीट किया ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि।’’ प्रधानमंत्री ने 27 सितंबर को अपने रेडियो संबोधन ‘‘मन की बात’’ में भी इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि दी थी।

09:46 (IST)31 Oct 2019
राहुल गांधी ने किया यह ट्वीट

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी दादी को याद करते हुए ट्वीट किया, ''''आज मेरी दादी इंदिरा गांधी जी का बलिदान दिवस है। आप के फौलादी इरादे और निडर फैसलों की सीख हर कदम पर मेरा मार्गदर्शन करती रहेगी। आपको मेरा शत् शत् नमन।'''' गौरतलब है कि इंदिरा का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहबाद में हुआ था। वह तीन बार देश की प्रधानमंत्री रहीं। 31 अक्टूबर, 1984 को उनके अंगरक्षकों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी।

09:45 (IST)31 Oct 2019
इंदिरा की पुण्यतिथि पर सोनिया, मनमोहन और अंसारी ने दी श्रद्धांजलि

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर गुरुवार को पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंहह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। अंसारी, सोनिया, मनमोहन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनकी समाधि ‘शक्ति स्थल’ पहुंचकर उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।

08:26 (IST)31 Oct 2019
फिरोज और इंदिरा की शादी के लिए राजी नहीं थे पंडित नेहरू

इंदिरा ने फिरोज गांधी से शादी का विचार पंडित नेहरू के सामने रखा था, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हुए। उनका मानना था कि शादी सजातीय परिवार में ही होनी चाहिए।

08:14 (IST)31 Oct 2019
ऐसे हुई थी इंदिरा की शादी

1942 में इंदिरा गांधी का प्रेम विवाह फिरोज गांधी से हुआ। पारसी युवक फिरोज गांधी से इंदिरा की मुलाकात ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान हुई थी, जो उस समय लंदन स्कूल ऑफ इकॉनमिक्स की पढ़ाई कर रहे थे। दोनों की दोस्ती इस कदर परवान चढ़ी कि उन्होंने शादी करने का फैसला कर लिया।

05:27 (IST)31 Oct 2019
31 अक्टूबर की सुबह मारी गई थी गोली

इंदिरा गांधी ने 1966 से 1977 के बीच लगातार तीन बार देश की बागडोर संभाली और उसके बाद 1980 में दोबारा इस पद पर पहुंचीं और 31 अक्टूबर 1984 को पद पर रहते हुए ही उनकी हत्या कर दी गई।

04:24 (IST)31 Oct 2019
अंगरक्षकों ने की थी पूर्व PM इंदिरा गांधी की हत्या, 31 अक्टूबर की सुबह ताबड़तोड़ बरसाईं थी उनपर गोलियां

फौलादी इरादों और निडर फैसले लेने वाली देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 31 अक्टूबर की सुबह उनके सिख अंगरक्षकों ने हत्या कर दी थी।

03:05 (IST)31 Oct 2019
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि आज, कुछ ऐसा रहा था राजनीतिक सफर

इंदिरा गाधी ने पहली बार लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल में सूचना और प्रसारण मंत्री का पद संभाला था। इसके बाद उनके निधन पर वह देश की तीसरी पीएम चुनी गईं। उनको वर्ष 1971 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था।

01:47 (IST)31 Oct 2019
तीन बार संभाली थी देश की बागडोर

पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने 1966 से 1977 के बीच लगातार तीन बार देश का प्रतिनिधित्व किया था। इसके बाद 1980 में दोबारा इस पद पर पहुंचीं लेकिन इसी दौरान 31 अक्टूबर 1984 को उनकी हत्या कर दी गई थी।

01:42 (IST)31 Oct 2019
31 अक्टूबर 2019 को सुबह 4 बजे से शुरू होगी दिल्ली मेट्रो

दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने ट्वीट कर बताया, ‘‘ 31 अक्टूबर 2019 को ‘रन फॉर यूनिटी’ में भाग ले रहे लोगों की सुविधा के लिए, सभी लाइनों पर मेट्रो सेवाएं सुबह चार बजे से शुरू कर दी जाएंगी और सुबह छह बजे तक हर आधे घंटे के अंतराल पर मेट्रो मिलेगी। इसके बाद सेवाएं पूरे दिन सामान्य समयसारिणी के मुताबिक जारी रहेंगी।’’ अधिकारियों ने बताया कि यह दौड़ स्टेडियम के मुख्य द्वार से शुरू होगी और सी हेक्सागन राजपथ चौराहे से होते हुए अमर जवान ज्योति पर समाप्त होगी।

00:47 (IST)31 Oct 2019
आयरन लेडी के नाम से मशहूर थी पूर्व PM इंदिरा गांधी, आज उनकी है बरसी


पूर्व PM इंदिरा गांधी की आज 35 वीं बरसी है। वह भारत की पहली ऐसी सशक्त महिला पीएम थीं जिनके बुलंद हौसलों के आगे पूरी विरोधियों ने घुटने टेक दिए थे। उन्हें आयरन लेडी भी कहा जाता था।

23:43 (IST)30 Oct 2019
पूर्व PM इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि शहादत दिवस के रूप में मनाएगी कांग्रेस पार्टी

गुरुवार को पूर्व PM इंदिरा गांधी की 35 वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर राज्य स्तरीय शहीदी दिवस कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है।

22:58 (IST)30 Oct 2019
अंग्रेजी पर थी इंदिरा की अच्छी पकड़

देश-दुनिया का ज्ञान होने के बावजूद इंदिरा हमेशा औसत दर्जे की विद्यार्थी रहीं। अंग्रेजी के अतिरिक्त अन्य विषयों में वह विशेष दक्षता नहीं प्राप्त कर सकीं। हालांकि, अंग्रेजी भाषा पर उनकी बहुत अच्छी पकड़ थी। इसकी वजह थी पिता पंडित नेहरू द्वारा उन्हें अंग्रेजी में लिखे गए लंबे-लंबे पत्र। पंडित नेहरू अंग्रेजी भाषा के इतने अच्छे ज्ञाता थे कि लॉर्ड माउंटबेटन की अंग्रेजी भी उनके सामने फीकी लगती थी।

22:56 (IST)30 Oct 2019
वाद-विवाद प्रतियोगिता में कोई नहीं था इंदिरा का सानी

1937 में इंदिरा ने ऑक्सफोर्ड में एडमिशन लिया। बचपन से ही इंदिरा गांधी को पत्र-पत्रिकाएं तथा पुस्तकें पढ़ने का काफी शौक था, जो स्कूल के दिनों में भी जारी रहा। इसका फायदा उन्हें यह मिला कि उन्हें देश दुनिया का भी काफी ज्ञान हो गया। वह अभिव्यक्ति की कला में निपुण हो गईं। स्कूल की ओर से आयोजित होने वाली वाद-विवाद प्रतियोगिता में उनका कोई सानी नहीं था।

22:54 (IST)30 Oct 2019
रवींद्रनाथ टैगोर के विश्वविद्यालय में हुई थी पढ़ाई

पंडित नेहरू शिक्षा का महत्व अच्छी तरह से समझते थे। यही कारण है कि उन्होंने बेटी इंदिरा की प्राथमिक शिक्षा का इंतजाम घर पर ही कर दिया था। इसके बाद एक स्कूल में उनका दाखिला कराया गया। 1934-35 में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद इंदिरा ने शांतिनिकेतन में रवींद्रनाथ टैगोर के बनाए गए विश्व-भारती विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया।

22:52 (IST)30 Oct 2019
18 वर्ष की उम्र में हो गया था मां का निधन

इंदिरा गांधी को बचपन में भी स्थिर पारिवारिक जीवन का अनुभव नहीं मिला। इसकी वजह यह थी कि जब वह 18 साल की थीं, तब 1936 में उनकी मां कमला नेहरू का निधन हो गया था। वह काफी समय तक तपेदिक के कारण बीमार रही थीं। वहीं, पिता पंडित नेहरू हमेशा स्वतंत्रता आंदोलन में व्यस्त रहते थे।

22:52 (IST)30 Oct 2019
इस वजह से पंडित नेहरू कहते थे प्रियदर्शिनी

कहा जाता है कि इंदिरा काफी सुंदर थीं। ऐसे में पंडित जवाहर लाल नेहरू उन्हें 'प्रियदर्शिनी' के नाम से संबोधित करते थे। इंदिरा को 'गांधी' उपनाम फिरोज गांधी से विवाह के बाद मिला था।

22:47 (IST)30 Oct 2019
दादा ने रखा था नाम

इंदिरा गांधी का जन्म ऐसे परिवार में हुआ था, जो आर्थिक व बौद्धिक दोनों रूप से काफी संपन्न था। दादा पंडित मोतीलाल नेहरू ने उनका नाम इंदिरा रखा था। मोतीलाल नेहरू बताते थे कि इस नाम का मतलब कांति, लक्ष्मी व शोभा होता है। कहा जाता है कि मोतीलाल नेहरू को लगता था कि पोती के रूप में उन्हें मां लक्ष्मी और दुर्गा की प्राप्ति हुई है।

22:47 (IST)30 Oct 2019
19 नवंबर 1917 में हुआ था जन्म

इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में एक संपन्न परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम इंदिरा प्रियदर्शिनी था। वहीं, उनका घर का नाम इंदु था। उनके पिता जवाहरलाल नेहरू और दादा मोतीलाल नेहरू थे। पिता व दादा दोनों वकालत करते थे और उन्होंने देश की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इंदिरा गांधी की मां का नाम कमला नेहरू था।

22:43 (IST)30 Oct 2019
पंडित नेहरू की इकलौती बेटी थीं इंदिरा

इंदिरा गांधी का जन्म नेहरू खानदान में हुआ था। वह देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की इकलौती बेटी थीं। हालांकि, इंदिरा गांधी की पहचान सिर्फ पंडित जवाहरलाल नेहरू नहीं हैं। वह अपनी प्रतिभा और राजनीतिक दृढ़ता के लिए 'विश्व राजनीति' के इतिहास में हमेशा याद की जाएंगी।

22:41 (IST)30 Oct 2019
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं इंदिरा गांधी

इंदिरा गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। वह ऐसी महिला थी, जो न सिर्फ भारतीय राजनीति पर छाई रहीं, बल्कि पूरी दुनिया पर अपना प्रभाव छोड़ गईं। यही वजह है कि उन्हें लौह महिला भी कहा जाता है।