कारोबारी मुकेश अंबानी का परिवार भले ही भारत का सबसे अमीर परिवार हो लेकिन जरूरी नहीं कि मुकेश अंबानी और उनका परिवार किसी भी चीज पर फिजूल खर्च करते हों। खास बात ये है कि इतनी संपत्ति और जायदाद होने के बाद भी मुकेश अंबानी ने बच्चों की परवरिश में इस बात का ख्याल रखा कि बच्चों में संस्कार जरूर हों। बच्चों को चाहे सीमित जेब खर्च देना हो या पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तेमाल करने के लिए कहना हो मुकेश और नीता अंबानी ने यही कोशिश की उनके बच्चे और बच्चों की तरह सामान्य बचपन जिएं।

जब किसी के पिता करोड़पति हों तो यही उम्मीद की जाती है कि जरूर इसके बहुत से फायदे होते होंगे। लेकिन इसके उलट नीता अंबानी अपने बच्चों को स्कूल की कैंटीन में खर्च करने के लिए सिर्फ 5 रुपये ही दिया करती थीं। जबकि कई बच्चे ऐसे थे जो सामान्य परिवारों से होने के बाद भी कैंटीन में दोगुनाा पैसा खर्च किया करते थे। यहां तक कि मुकेश अंबानी रविवार के दिन बच्चों की होमवर्क करने में मदद भी किया करते थे। दरअसल नीता चाहती थीं कि मुकेश अंबानी अपने बच्चों और परिवार के करीब रहें और उनका परिवार पर गहरा असर रहे।

नीता अंबानी ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘मैंने उनसे कहा था कि आप भले ही रिलायंस की तरफ ध्यान दे रहे हों लेकिन आपका अपने बच्चों की तरफ भी ध्यान देना जरूरी है। मेरा मानना है कि बच्चों के साथ आपने जितना समय बिताया है इसका उनके जीवन पर गहरा असर पड़ता है।’ मुकेश अंबानी की बेटी ईशा ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘जब हम स्कूल की छुट्टी करना चाहते तो हमारी मां मना किया करती थीं। वे इस बात पर ध्यान देती थी कि बच्चे समय से पढ़ें, समय से खाएं और समय से सो जाएं।’

नीता ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें मालूम होता था कि उनके बच्चे किस समय कहां हैं? इसके बारे में उनको बच्चों के बड़े होने के बाद भी मालूम रहता है। सबके व्यस्त रहने के बाद भी नीता अंबानी ये कोशिश करती हैं कि अपने बच्चों का ख्याल रख सकें। कम से कम उनको इतना मालूम हो कि उनके बच्चे कहां हैं?

बता दें कि जब अनंत ने वजन घटाने की सोची तो नीता अंबानी ने उनको सबसे ज्याद सपोर्ट किया। नीता तय करतीं कि अनंत समय से व्यायाम करें, डाइट लें। ईशा अंबानी ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब वे और उनके भाई देर शाम को बाहर जाते थे, वो ये तय करते थे कि समय से घर लौट सकें। उनके घर में भी कर्फ्यू टाइमिंग हुआ करती थी।

नीता अंबानी ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब व मुकेश अंबानी को डेट कर रही थीं तो अंबानी हर बार एक नई तरह की कार लाते थे। नीता ने मुकेश से कहा कि वे पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए शहर घूमना चाहती हैं। बाद में उनके बच्चे भी कॉलेज के दिनों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट से कॉलेज गए।