Vande Mataram Full Lyrics In Hindi: 15 अगस्त में अब बस 2 दिन बाकी हैं। ऐसे में 78वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2024) को लेकर तमाम तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। गौरतलब है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर ओर देशभक्ति का माहौल देखने को मिलता है। घर-घर तिरंगा फहराया जाता है, स्कूल, कॉलेज से लेकर शिक्षण संस्थान, निजी सरकारी कार्यालयों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और खूब उत्साह के साथ आजादी का पर्व मनाया जाता है।
खासकर तिरंगा फहराने के बाद पहले राष्ट्रगान और फिर राष्ट्र गीत गाने का नियम है। ऐसे में अगर आप भी 78वें स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने वाले हैं, तो यहां हम आपके लिए वन्दे मातरम् की लिरिक्स लेकर आए हैं। इन लिरिक्स को पढ़कर आप राष्ट्र गीत याद कर सकते हैं।
पढ़ें वन्दे मातरम् की पूरी लिरिक्स हिंदी में-
वंदे मातरम्, वंदे मातरम्!
सुजलाम्, सुफलाम्, मलयज शीतलाम्,
शस्यश्यामलाम्, मातरम्!
वंदे मातरम्!
शुभ्रज्योत्सनाम् पुलकितयामिनीम्,
फुल्लकुसुमित द्रुमदल शोभिनीम्,
सुहासिनीम् सुमधुर भाषिणीम्,
सुखदाम् वरदाम्, मातरम्!
वंदे मातरम्, वंदे मातरम्॥
कोटि कोटि कण्ठ कल कल निनाद कराले
द्विसप्त कोटि भुजैर्धृत खरकरवाले
के बोले मा तुमी अबले
बहुबल धारिणीम् नमामि तारिणीम्
रिपुदलवारिणीम् मातरम्॥
वंदे मातरम्!
तुमि विद्या तुमि धर्म, तुमि ह्रदि तुमि मर्म
त्वं हि प्राणाः शरीरे
बाहुते तुमि मा शक्ति,
हृदये तुमि मा भक्ति,
तोमारै प्रतिमा गडि मन्दिरे-मन्दिरे मातरम्॥
वंदे मातरम्!
त्वं हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी
कमला कमलदल विहारिणी
वाणी विद्यादायिनी, नमामि त्वाम्
नमामि कमलां अमलां अतुलाम्
सुजलां सुफलां मातरम्॥
वंदे मातरम्!
श्यामलां सरलां सुस्मितां भूषिताम्
धरणीं भरणीं मातरम्॥
वंदे मातरम् से जुड़ी जरूरी बातें-
- बता दें कि राष्ट्र गीत वंदे मातरम् कवि और उपन्यासकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय (Bankim Chandra Chatterjee) ने लिखा था।
- वहीं, पहली बार 1896 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधिवेशन में वंदे मातरम् गाया गया था। ये अधिवेशन कलकत्ता में हुआ था और उस समय रवींद्रनाथ टैगोर ने इस गीत को स्वरबद्ध किया था।
- इस गीत ने लोगों को आजादी की लड़ाई के लिए प्रेरित करने का काम किया था। उस समय वंदे मातरम् अंग्रेजों के लिए विरोध का नारा था।
- राष्ट्र गीत वंदे मातरम् को 1 मिनट 9 सेकंड में गाया जाता है।