भारतीय परंपरा और शान की पहचान बनारसी साड़ियां सिर्फ कपड़ा नहीं होतीं, बल्कि अधिकतर लोगों के लिए ये एक विरासत होती हैं। वहीं, अक्सर महिलाएं अपनी पुरानी साड़ियों को सालों तक संभालकर रखती हैं और उन्हें किसी खास मौके पर पहनती हैं।

लेकिन कई बार सही तरीके से देखभाल न करने के कारण इनके रेशमी कपड़े और जरी की चमक फीकी पड़ने लगती है। ऐसे में अगर आपके पास भी पुरानी बनारसी साड़ियां हैं, तो उन्हें स्टोर करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। यहां हम आपके लिए कुछ खास टिप्स लेकर आए हैं, जिन्हें आप आसानी से फॉलो कर सकती हैं।

कॉटन या मलमल के कपड़ों का करें उपयोग

बनारसी साड़ियों को स्टोर करने के लिए आप कॉटन या मलमल के कपड़ों का उपयोग कर सकती हैं। इसके लिए साड़ी को पहले अच्छी तरह हवा में फैलाकर रखें, फिर साफ सूती या मलमल के कपड़े में लपेटकर स्टोर करें। वहीं, साड़ियों को कभी भी प्लास्टिक या पॉलिथीन बैग में नहीं रखना चाहिए।

समय-समय पर बदलते रहें फोल्ड

सालों तक एक ही तरीके से मोड़कर रखने से साड़ी के फोल्ड पर लाइन पड़ जाती है और वहीं से कपड़ा कमजोर होने लगता है। ऐसे में हर 5-7 महीने में साड़ी निकालकर उसका फोल्ड बदल दें। इससे कपड़े पर दबाव बराबर बँटता है और जरी भी सुरक्षित रहती है।

नमी और धूप से रखें दूर

बनारसी साड़ियों को हमेशा सूखी और ठंडी जगह पर रखें। अलमारी में नमी होने पर सिलिका जेल या नीम की सूखी पत्तियां रख सकते हैं। सीधी धूप में रखने से रंग फीके पड़ सकते हैं, इसलिए साड़ी को कभी भी ऐसी जगह न रखें जहां धूप सीधे पड़े। इसे धोने के बाद भी धूप में न सुखाएं।