हमारे चेहरे पर कई छोटे-छोटे रोम छिद्र होते हैं, जिन्हें स्किन पोर्स भी कहा जाता है। ये पोर्स स्किन को सांस लेने और कई जरूरी पोषक तत्वों को स्किन के अंदर तक पहुंचाने में मदद करते हैं। इसके अलावा इन पोर्स के नीचे ऑयल ग्लैंड्स होती हैं, जो स्किन पर ऑयल का संतुलन बनाए रखती हैं। हालांकि, कई बार इन ऑयल ग्लैंड्स से ऑयल का प्रोडक्शन ज्यादा होने लगता है, जिसके चलते स्किन पोर्स ओपन हो जाते हैं। इसके अलावा स्किन पर अधिक मात्रा में केमिकल बेस्ड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने, ज्यादा स्क्रब करने या कई अन्य कारणों के चलते भी स्किन पोर्स ज्यादा ओपन हो जाते हैं, जो फिर दिखने में बेहद भद्दे लगने लगते हैं।

ओपन पोर्स में धूल और गंदगी भी जमा होने लगती है, जिससे एक्ने, पिंपल या ब्लैक हैड्स की परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में अगर आपके चेहरे पर भी इस तरह ओपन पोर्स मौजूद हैं और आप इनसे छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इसके लिए यहां हम आपको कुछ खास टिप्स बता रहे हैं।

बता दें कि ये टिप्स फेमस डर्मेटोलॉजिस्ट आंचल पंथ ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर शेयर की हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में-

किन बातों का रखें ध्यान?

बर्फ

अधिकतर लोग ओपन पोर्स को बंद करने के लिए आइस थेरेपी का सहारा लेते हैं या चेहरे पर बर्फ रगड़ना शुरू कर देते हैं। हालांकि, डर्मेटोलॉजिस्ट इस तरीके से बचने की सलाह देती हैं। आंचल पंथ के मुताबिक, बर्फ अस्थायी रूप से छिद्रों को छोटा कर सकती है लेकिन ये इनका परमानेंट सॉल्यूशन नहीं है। इसके अलावा ओपन पोर्स पर सीधे बर्फ लगाने से चेहरे पर जलन की परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में बर्फ के इस्तेमाल से बचें।

स्क्रब

डर्मेटोलॉजिस्ट स्किन पोर्स ओपन होने पर खासकर स्क्रब न करने की सलाह देती हैं, इससे परेशानी और अधिक बढ़ सकती है। अगर आपके चेहरे पर ब्लैकहेड्स या व्हाइटहेड्स बढ़ गए हैं, तो भी इस स्थिति में स्क्रब करने से बचें।

प्राइमर

ज्यादातर लोग स्किन पोर्स के लिए महंगे प्राइमर का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, प्राइमर केवल पोर्स को छिपा सकते हैं, इन्हें बंद नहीं कर सकते हैं। यानी प्राइमर भी ओपन पोर्स का परमानेंट सॉल्यूशन नहीं है।

फिर क्या करें?

रेटिनोल

ओपन पोर्स के लिए डर्मेटोलॉजिस्ट रात में रेटिनोल सीरम का इस्तेमाल करने की सलाह देती हैं। आंचल पंथ के मुताबिक, रेटिनोल कोलेजन उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है, जो रोम छिद्र को बंद करने में योगदान करता है।

सैलिसिलिक और नियासिनमाइड एसिड

ओपन पोर्स, ब्लैकहेड्स, व्हाइटहेड्स, एक्ने या बहुत अधिक ऑयल आने जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए सैलिसिलिक और नियासिनमाइड एसिड का इस्तेमाल सबसे अधिक फायदेमंद माना जाता है। डर्मेटोलॉजिस्ट आंचल पंथ भी इन्हें इस्तेमाल करने की सलाह देती हैं। ये एसिड स्किन पर एक्स्ट्रा ऑयल के निर्माण को कम कर ओपन पोर्स को बंद करने में मदद करते हैं।

सिलिकॉन बेस्ड सनस्क्रीन

इन सब से अलग आप सिलिकॉन बेस्ड सनस्क्रीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये त्वचा पर एक चिकनी परत बना लेती है, जिससे छिद्रों की उपस्थिति कम हो जाती है। इसके अलावा सिलिकॉन बेस्ड सनस्क्रीन एक्ने और पिंपल की परेशानी का भी कम करने में भी मददगार मानी जाती है।

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Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।