चाय सबको पसंद होती है। ठंड के दिनों में गर्मागर्म चाय मिल जाए तो क्या कहने। भारत में चाय की तमाम वैरायटी पाई जाती हैं, मसलन- ब्लैक टी, मसाला टी, लेमन टी आदि। तमाम लोग शरीर को स्वस्थ रखने के लिए ग्रीन टी का सेवन भी करते हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि जिस चायपत्ती का आप सेवन कर रहे हैं वो मिलावटी तो नहीं है? उसमें कोई हानिकारक केमिकल या ऐसी कोई दूसरी चीज तो नहीं मिली है, जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाए?

हाल ही में टी-बोर्ड इंडिया ने मिलावटी चाय पत्ती को लेकर लोगों को सतर्क किया है। बोर्ड के मुताबिक केमिकल से रंगी हुई चायपत्ती बाजार में आम हो गई है। चाय की पत्तियों को तैयार करने में कभी-कभी सिंथेटिक रंगों का इस्तेमाल किया जाता है, जो सेहत के लिए ठीक नहीं है। ऐसी खबरें भी आई हैं कि चाय की पत्तियों को रंग और चमक देने के लिए बिस्मार्क ब्राउन, पोटेशियम ब्लू, हल्दी, इंडिगो आदि का इस्तेमाल किया जा रहा है। कुल मिलाकर मिलावटी चायपत्ती का मुद्दा बहुत गंभीर है और ये स्वास्थ्य की दृष्टि से भी खतरनाक है। टी बोर्ड ने भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण के नियमों का हवाला देते हुए कहा है कि किसी भी उत्पाद को बाहरी रंग और हानिकारक पदार्थ से मुक्त होना चाहिए।

चाय पत्ती में मिलावट का कैसे पता लगाएं? मुंबई के भाटिया हॉस्पिटल की आहार विशेषज्ञ (डाइटीशियन) सकीना दीवान कहती हैं कि चाय का मूल्य उनकी पत्तियों की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। आप जब चाय खरीदते हैं तभी उसको अच्छे से देखकर, सूंघकर और फील कर सरसरी तौर पर उसकी गुणवत्ता की पहचान की जा सकती है। डॉ. सकीना के अनुसार हमेशा चायपत्ती के आकार और उसके रंग को परखना चाहिए। हाथ से तोड़ी हुई पत्तियां अच्छी होती हैं क्योंकि इससे वो टूटती नहीं और उनका आकार बना रहता है। चाय बनाने के बाद ये जरूर जांच करें कि चाय का रंग चमकीला लाल और सुनहरा हो। यदि यह गहरा भूरा हो जाए तो पत्तियों की गुणवत्ता सही नहीं है।

FSSAI ने दिये टिप्स: मिलावटी चाय पत्ती का मामला सामने आने के बाद खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) भी सतर्क हो गया है। संस्थान ने घर पर ही चाय पत्ती की गुणवत्ता जांचने के टिप्स दिये हैं। जिससे आसानी से पता लगाया जा सकता है कि आप जो चाय पी रहे हैं वो मिलावटी है या नहीं।

ऐसे करें घर पर जांच: सबसे पहले एक फिल्टर पेपर लें और उस पर चायपत्ती फैलाएं। फिल्टर पेपर को गीला करने के लिए थोड़ा पानी डालें। थोड़ी देर बाद पेपर को नल के पानी के नीचे रख कर धो लें। अब फिल्टर पेपर पर लगे धब्बों को रौशनी में उल्टा रखकर देखें। बिना मिलावट वाली चाय की पत्तियां फिल्टर पेपर पर कोई दाग नहीं छोड़ेंगी। जबकि मिलावटी चाय की पत्तियां पेपर पर काले भूरे रंग का धब्बा छोड़ देंगी।