एवोकाडो को पोषक तत्वों का भंडार कहा जाता है। इसमें हाई फैटी एसिड, विटामिन ए, बी, ई, फाइबर, मिनरल्स और प्रोटीन जैसे शरीर के लिए जरूरी कई पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स हर उम्र के व्यक्ति को रोज एवोकाडो खाने की सलाह देते हैं।
छोटा सा ये फल आपकी सेहत से लेकर स्किन और बालों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इतना ही नहीं, आज के समय में अधिकतर लोग मोटापे से परेशान रहते हैं, वहीं रोज एक एवोकाडो खाने से शरीर की जिद्दी चर्बी को भी कम करने में मदद मिल सकती है। यानी एवोकाडो आपको एक साथ कई लाभ पहुंचा सकता है।
हालांकि, इसके साथ परेशानी की बात यह होती है कि बाजार में एवोकाडो का दाम कुछ ज्यादा होता है। ऐसे में खर्चे से बचने के लिए लोग इसे खरीदने से बचने लगते हैं। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से एक हैं, तो बता दें कि आप अपने जेब के भार को कम करते हुए घर पर ही एवोकाडो का पौधा लगा सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे-
इन स्टेप्स को फॉलो कर घर पर ही लगा लें एवोकाडो का पौधा-
- सबसे पहले एक अच्छा और फ्रैश एवोकाडो लें। ध्यान रहे कि एवोकाडो पूरी तरह फ्रैश हो और इसपर फफूंद ना लगी हो, साथ ही इसे कीड़ों ने भी नहीं खाया हो।
- अब, एवोकाडो को बीच से काटकर बीज अलग कर लें। आपको बीज को बेहद सावधानी से निकालना है, इसपर चाकू से एक छोटा कट भी न लगा हो।
- बीज को निकालकर गुनगुने पानी से अच्छी तरह धो लें और इससे एवोकाडो के पल्प को अच्छी तरह साफ कर लें।
- इतना करने पर एवोकाडो को एक गीले रुमाल में लपेटें और इसे कुछ हफ्तों के लिए किसी अंधेरी जगह पर रख दें।
- थोड़े समय बाद एवोकाडो के बीज से जड़ें और अंकुर निकलने लगेंगे।
- ऐसा होने पर एक ग्लास कंटेनर लें और इसमें एवोकाडो के बीज को सीधा रख दें। इस दौरान बीज का ऊपरी हिस्सा ऊपर की ओर और निचला हिस्सा नीचे की ओर होना चाहिए। पहचान के लिए बता दें कि बीज का ऊपरी हिस्सा थोड़ा नुकीला होता है, जबकि निचला भाग गोलाकार होता है।
- अब, ग्लास कंटेनर में पानी भरें और इसे किसी गर्म, धूप वाली जगह पर रखे दें ताकि जड़ें और अंकुर अच्छे से विकसित हो जाएं।
- फफूंद और बैक्टीरिया से बचाव के लिए हर कुछ दिनों में पानी बदलते रहें। साथ ही सुनिश्चित करें कि बीज का निचला भाग हमेशा ताजे पानी में डूबा रहे।
- इतना करने पर कुछ ही दिनों में अंकुर बढ़कर पत्तियों में बदल जाएंगे।
- अब, जब आपको बीज से जड़ें कुछ इंच तक लंबी नजर आने लगें और तने पर कुछ पत्तियां उग आएं, तब एवोकाडो के अंकुर को मिट्टी में लगा लें।
- ध्यान रखें कि केवल जड़ें मिट्टी में हों और बीज बाहर की ओर हो, साथ ही गमले में मिट्टी पूरे समय नम रहे।
- नए गमले में लगे एवोकाडो के पौधे को अच्छी तरह से पानी दें और सुनिश्चित करें कि मिट्टी सूखने से फटे नहीं।
- गमले को ऐसे स्थान पर रखें जहां उसे रोज कम से कम छह घंटे की धूप मिल सके।
- बता दें कि एवोकाडो का पौधा 30 इंच तक लंबा हो सकता है। ऐसे में जब इसका आकार थोड़ा बड़ा होने लगे, तब आप इसे गमले से निकालकर सीधे मिट्टी में लगा सकते हैं। वहीं, पौधे पर फल आने में 3 से 4 साल का समय लगता है।
