देश में कल यानी 3 अक्टूबर, गुरुवार के दिन से शारदीय नवरात्रि का त्योहार शुरू हो रहा है। हिंदू धर्म में नवरात्र का बहुत महत्व है। इस दौरान कई लोग नौ दिन का व्रत रखते हैं और माता के सभी रूपों का भी आराधना करते हैं। व्रत करने वाले लोग इन दिनों में फल के साथ-साथ बहुत कुछ बनाते और खाते भी हैं, इसमें साबूदाना (sabudana) भी शामिल है।
नकली साबूदाना खाने से पड़ सकते हैं बीमार
कई बार मार्केट में सही साबूदाना नहीं मिल पाता है और लोग नकली साबूदाने को ही अपने घर ले आते हैं। मालूम हो कि नकली साबूदाने को बनाने में कैल्शियम सल्फ्यूरिक एसिड, सोडियम हाइपोक्लोराइट, ब्लीचिंग एजेंट, फॉस्फोरिक एसिड सहित कई केमिकल्स का उपयोग होता है, जो सेहत के लिए काफी हानिकारक है। इसको खाने से आप बीमार भी पड़ सकते हैं।
कैसे पहचाने असली है या नकली?
आज हम इस लेख में आपको बताएंगे की साबूदाना आसानी से कैसे पहचानें। इसको खरीदने से पहले आप इस तरह से इसकी पहचान कर सकते हैं कि यह असली है या नकली, तो आइए जानते हैं।
- आप इसको पानी में भी डाल सकते है। पानी में डालने के बाद उसमें स्टार्च नजर आने लगेगा और वह लसलसा सा हो जाएगा। वहीं, अगर साबूदाना नकली होगा तो पानी में वैसा का ही वैसा रहेगा जैसा उसको पहले पानी में डाला गया था।
- असली साबूदाने की पहचान करने के लिए आप उसको चबा कर देख सकते हैं। चबाने पर इसका स्वाद चावल जैसा महसूस हो सकता है और यह आपके दांतों पर चिपचिपा सा लग सकता है। वहीं, अगर साबूदाना नकली होगा तो यह आपको किरकिरा जैसा महसूस हो सकता है।
- साबूदाना असली है या नकली आप इसको जलाकर भी देख सकते हैं। अगर जलाने पर यह मोटा हो जाएगा तो वह असली है। वहीं, नकली साबूदाने को जलाने के बाद वह जल जाएगा और राख बन जाएगा।