भाद्रपद मास की अमावस्या को भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव पर श्रद्धालु व्रत के माध्यम से अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं। इस दिन सभी भक्त दिन भर व्रत रहकर भगवान के नाम का जाप करते हैं और रात में भगवान का जन्मोत्सव मनाने के बाद व्रत खोलते हैं। जो भक्त निर्जला व्रत रखते हैं वो दिन भर न तो अन्न ग्रहण करते हैं और न ही जल। लेकिन जो लोग फलाहार व्रत रखते हैं वो अन्न और नमक छोड़कर फल, दूध आदि से बनी चीजों का सेवन कर सकते हैं।
सब जानते हैं कि भगवान कृष्ण को माखन बहुत पसंद था जो दूध से बना खाद्य पदार्थ है। ऐसे में जन्माष्टमी व्रत में दूध से बने खाद्य पदार्थ का सेवन ज्यादा बेहतर होता है। तो चलिए, आज हम आपको कृष्ण जन्माष्टमी के व्रत में खाए जा सकने वाले एक ऐसे पकवान के बारे में बताते हैं जो दूध से बना होता है और काफी स्वादिष्ट भी होता है। इस पकवान का नाम है ‘तिल की खीर’
सामग्री-
सूखा नारियल- 100 ग्राम
सफेद तिल- 100 ग्राम
गुड़- 40 ग्राम
6-7 किशमिश
4-5 काजू
खोया- 200 ग्राम
दूध – 1 लीटर
बनाने की विधि-
इसे बनाने के लिए सबसे पहले तिल को बिना तेल के कड़ाही में भून लें। फिर इसे चूल्हे से उतारकर पीस लें। अब एक बर्तन में दूध उबाल लें। इलायची को कूटकर इसमें डाल दें, साथ ही गुड़, भुना हुआ तिल और कसे हुए नारियल को भी मिला दें। अब इसे लगभग दस मिनट तक पकने दें। दस मिनट बाद तिल का स्वादिष्ट खीर तैयार है। काजू और किशमिश के साथ सजाकर इसे परोसें।
