Happy Republic Day 2019: 26 जनवरी एक ऐसा दिन है जो देशवासियों को उन स्मृतियों से रूबरू कराता है जिनमें हमारे पूर्वजों का देश के प्रति समर्पण और संघर्ष बसता है। जिनमें आने वाली पीढ़ी के लिए खुली हवा में भविष्य के सुनहरे सपने हैं। इस दिन पूरा देश गणतंत्र दिवस मनाता है। यह दिन हमारे लिए सम्मान और गौरव का दिन है। गणतंत्र दिवस हमें उस दिन की याद दिलाता है जब हमने संविधान को अपने मार्गदर्शक के रुप में स्वीकार किया था। 26 जनवरी का क्या महत्व है और यह दिन हमारे लिए कितना अहम है यह समझने के लिए जरूरी है कि हम सन् 1947 के ऐतिहासिक दिन यानी 15 अगस्त को याद करें। 15 अगस्त 1947 हमारी आजादी का दिन था। लंबे संघर्ष के बाद हमें अंग्रेजों की गुलामी से इसी दिन आजादी मिली थी। उस दिन जब सारी दुनिया सो रही थी तब मध्य रात्रि को पंडित जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि ‘नियति द्वारा सुनिश्चित वह शुभ दिन आ गया है। हमारा देश लंबी निद्रा और संघर्ष के बाद सुनहरे भविष्य के लिए एक बार फिर जाग गया है और स्वतंत्र खड़ा है।’
तब से हर साल 15 अगस्त को हम स्वतंत्रता दिवस के रुप में मनाते हैं। आजादी के बाद हमारे पास अपना संविधान नहीं था। उस वक्त तक देश में राजतंत्र ही कायम था। उस वक्त तक हमारे पास यह अधिकार नहीं था कि देश चलाने के लिए हम अपने नेता को चुन सकें। दरअसल ऐसा संविधान के नहीं होने की वजह से ही था। स्वतंत्रता हासिल करने के करीब ढाई साल बाद भारत का संविधान लागू किया गया। जिस दिन देश में संविधान लागू हुआ वो ऐतिहासिक दिन 26 जनवरी 1950 ही था। तब ही से हर साल हम इस खास दिन को गणतंत्र दिवस के रुप में मनाते हैं। संविधान की वजह से ही हमारा देश आज दुनिया का सबसे मशहूर प्रजातांत्रिक देश माना जाता है। इस दिन भारत ने अपने संविधान को अपनाया और भारत एक गणतांत्रिक देश बन गया। उस विशेष दिन को सम्मान देने के लिए ही हम हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं।
भारत के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नर हाउस में 26 जनवरी 1950 को ही शपथ ली थी। हर साल गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं और इस दिन 21 तोपों की सलामी भी दी जाती है। बता दें कि कि 29 जनवरी को विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी का आयोजन किया जाता है। इस बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के बैंड हिस्सा लेते हैं। यह दिन गणतंत्र दिवस समारोह के समापन के रूप में मनाया जाता है।