भारत के संविधान में 26 जनवरी का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। इसी दिन 1950 में दुनिया के सबसे बड़े गणतंत्र भारत को उसका संविधान मिला था। मतलब कि इस दिन से भारत के ऊपर ब्रिटिश साम्राज्य के बनाए हुए गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट के नियम-कानून हट गए थे और देश ने देश की जनता के लिए उसके अनुसार कानून बनाए थे। 26 जनवरी 1949 को संविधान सभा ने भारत के संविधान को अपनाया था लेकिन 26 जनवरी 1950 से यह प्रभाव में आया था। इस दिन को गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाने के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि इसी दिन 1930 में भारतीय राष्ट्रीय कांगेस ने पूर्ण स्वराज की घोषणा की थी। स्वतंत्रता दिवस, गांधी जयंती और गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय त्योहार के तौर पर देश में मनाया जाता है।
गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले 25 जनवरी की शाम को देश के राष्ट्रपति राष्ट्र के नाम अपना संदेश देते हैं। इसके अगले दिन इंडिया गेट पर भारतीय सेना, पुलिस, बच्चे और राज्य की झांकी का आयोजन होता है। हर साल इस मौके पर एक विशिष्ट मेहमान बुलाया जाता है। इसी दिन हवा में लड़ाकू विमानों के करतब सहित मोटरसाइकिल पर स्टंट करते हुए सैनिक राष्ट्रपति को सलामी देते हुए दिखाई देते हैं। अगर आप अपने इस खास दिन को स्पेशल बनाते हुए परिवार, दोस्तों, कलीग्स को देशप्रेम भरे हुए मैसेज भेजना चाहते हैं तो उसमें हम आपकी मदद कर देते हैं।
वो फिर आया है नए सवेरे के साथ,
मिल जुलकर रहेंगे हम एक-दूजे के साथ,
वो तिरंगा कितना प्यारा,
वो है देखो सबसे न्यारा,
आने ना देंगे इसपे आंच,
इसी भावना के साथ गणतंत्र दिवस की शुभकामना करो स्वीकार।
अलग है भाषा, धर्म जात और प्रांत, भेष, परिवेश, पर हम सब का एक है गौरव,
राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठ। गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
वो शमा जो काम आए अंजुमा के लिए,
वो जज्बा जो कुर्बान हो जाए वतन के लिए,
रखते हैं हम वो हौंसला भी,
जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए। गणतंत्र दिवस की बधाई
जमाने भर में मिलते हैं आशिक कई,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता,
नोटों में लिपट कर, सोने में सिमट कर मरे हैं कई
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफन नहीं होता। गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
दाग गुलामी का धोया है जान लुटा कर,
दीप जलाएं हैं कितने दीप बुझा कर,
मिली है जब ये आजादी तो फिर से आजादी को,
रखना होगा हर दुश्मन से आज बचाकर। हैप्पी रिपब्लिक डे

