मकर संक्रांति एक निश्चित तिथि पर मनाई जाती है जो हर साल 14 या 15 जनवरी को होती है। यह सर्दियों के मौसम की समाप्ति और नई फसल के मौसम की शुरुआत का भी प्रतीक है।यह भगवान सूर्य को समर्पित किया जाता है। यह हिंदू कैलेंडर में एक विशिष्ट सौर दिन को भी संदर्भित करता है। इस शुभ दिन पर, सूर्य मकर या मकर राशि में प्रवेश करता है जो सर्दियों के महीने के अंत और लंबे दिनों की शुरुआत का प्रतीक है। यह माघ महीने की शुरुआत है। सूर्य के चारों ओर की क्रांति के कारण होने वाले भेद के लिए पुनर्मिलन करने के लिए, हर 80 साल में संक्रांति के दिन को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया जाता है। इस दिन को लोग अलग-अलग तरीके से सेलिब्रेट करते हैं। इस मकर संक्राती के मौके पर आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को बेहतरीन कोट्स और मैसेज भेजकर ढेर सारी शुभकामनाएं दें और उन्हें इस दिन का महत्व भी बताएं।
Happy Makar Sankranti 2020 Whatsapp Wishes Images, Quotes, Status, SMS, Messages:
1. तिलकुट की खुश्बू,
द ही और चिवड़ा की बहार,
मुबारक हो आपको नया साल का पहला त्योहार।
हैप्पी मकर संक्रांति
Makar Sankranti 2020, Health Benefits of Khichdi for Blood Sugar, Digestion, Healthy Heart:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बुधवार सुबह मकर संक्रांति का त्योहार मनाया. योगी ने गोरखपुर के मंदिर में पूजा-अर्चना की. बता दें कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के गोरक्षपीठाधीश्वर भी हैं, उन्हें इस दौरान भोग की पहली खिचड़ी दी गई.
सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में जाने को ही संक्रांति कहते हैं। एक संक्रांति से दूसरी संक्रांति के बीच का समय ही सौर मास है। एक जगह से दूसरी जगह जाने अथवा एक-दूसरे का मिलना ही संक्रांति होती है. हालांकि कुल 12 सूर्य संक्रांति हैं, लेकिन इनमें से मेष, कर्क, तुला और मकर संक्रांति प्रमुख हैं।
उत्थान ज्योतिष संस्थान के पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार सूर्य अपनी स्वाभाविक गति से प्रत्येक वर्ष 12 राशियों में 360 अंश पर परिक्रमा करते हैं। एक राशि में 30 अंश का भोग करते हुए सूर्य दूसरे राशि में जाते हैं। धनु राशि को छोड़कर जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो मकर संक्रांति मनाई जाती है।
मकर संक्रांति के दिन आपके जीवन में
अंधेरा छंट जाए और ज्ञान और प्रकाश से
आपका जीवन उज्जवल हो जाए!
-Hapyy Makar Sankranti 2020
मकर संक्रांति खास तौर पर सूर्य की उपासना का दिन है। इसकी वजह ये है कि आज ही के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं। आज दिन और रात दोनों बराबर होंगे, आज के बाद से दिन लंबा और रातें छोटी होंगी।
मकर संक्रांति किसानों के लिए बहुत अधिक महत्वपूर्ण होती है, इसी दिन सभी किसान अपनी फसल काटते है। मकर संक्रांति भारत का सिर्फ एक ऐसा त्यौहार है जो हर साल 14 या 15 जनवरी को ही मनाया जाता है। यह वह दिन होता है जब सूर्य उत्तर की ओर बढ़ता है। हिन्दूओं के लिए सूर्य एक रोशनी, ताकत और ज्ञान का प्रतीक होता है। मकर संक्रांति त्यौहार सभी को अँधेरे से रोशनी की तरफ बढ़ने की प्रेरणा देता है। एक नए तरीके से काम शुरू करने का प्रतीक है।
काट ना सके कभी कोई पतंग आपकी,
टूटे ना कभी डोर आपके विश्वास की,
छू लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी,
जैसे पतंग छूती है ऊंचाइयां आसमान की।।
मकर संक्रांति की शुभकामनाएं
सपनों को लेकर मन में
उड़ाएगें पतंग आसमान में
ऐसे भरेगी उड़ान मेरी पतंग
जो भर देगी जीवन में खुशियों की तरंग
हैप्पी मकर संक्रांति
- श्रीमदभागवद के एक अध्याय का पाठ या गीता का पाठ करें.
-नए अन्न, कम्बल और घी का दान करें.
- भोजन में नए अन्न की खिचड़ी बनाएं.
- भोजन भगवान को समर्पित करके प्रसाद रूप से ग्रहण करें.
तन में मस्ती मन में उमंग,
चलो आकाश में डाले रंग,
हो जाएं सब एक संग,
मिलकर उड़ाएं पतंग!
हैप्पी मकर संक्रांति....
कई दिनों से तैयारी शुरू हो जाती हैं. घर में तिल्ली लाई जाती हैं उसे साफ करके सेंका जाता हैं फिर उसमे गुड़ मिलाकर स्वादिष्ट लड्डू बनाये जाते हैं।- घर के बच्चे कई दिनों ने मांजा बना कर रखते या खरीद लाते हैं।- मिष्ठान के साथ साथ गरम गरम कचौरी बनती हैं जिसे लेकर सभी अपने घरों की छत पर चढ़ जाते और पतंग उड़ाते।- घर के सभी लोगो का पूरा दिन पतंग उड़ाने और काटने बीतता है।- उस दिन सही मायने में हम सभी घर वाले एक साथ अपने पड़ौसियों से मिलते और खूब मस्ती करते।
रंग बिरंगी पतंगे, बच्चो की खिलखिलाहट,
गानो का शोर सब कुछ तो है आज आसमान मैं
कुछ नहीं है तोह बस उन पंछियो की उड़ान !
काट ना सके कभी कोई पतंग आपकी,
टूटे ना कभी डोर आपके विश्वास की,
छू लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी,
जैसे पतंग छूती है ऊंचाइयां आसमान की।।
मकर संक्रांति की शुभकामनाएं
मंदिर में बजी घंटियां,
सजी हैं आरती की थाली,
सूरज की रोशनी किरणों के साथ,
हैप्पी मकर संक्रांति
मैं पतंग, तू धागा,
मैं जब जब गिरा,
तू डोर थाम ही लिया,
मैं जब जब कटा,
तुमने फिर से खुद मे बाँध लिया,
मैं तेरे सहारे फिर उड़ चला..
मैं फिर आशमान मे उड़ने चला..
मकर संक्रांति की शुभकामनाएं
सभी लोगों को मिले सन्मति,
आज है मकर संक्रांति,
मित्रों उठ गया है दिनकर,
चलो उड़ाये पतंग मिलकर।।
आप सभी को मकर संक्रांति की बधाई
हो आपके जीवन में खुशियाली,
कभी भी ना रहे कोई दुख देने वाली पहेली,
सदा खुश रहें आप और आपकी Family,
Happy Makar Sankranti
बाजरे की रोटी, नींबू का अचार,
सूरज की किरणें, चांद की चांदनी,
और अपनों का प्यार, हर जीवन हो खुशहाल,
मुबारक हो मकर संक्रांति का त्योहार!