वैसे तो हर त्योहार का अपना एक रंग होता है लेकिन होली पर मस्ती और आनंद का एक अलग ही रंग देखने को मिलता है। वैसे तो पूरे भारत में होली 13 मार्च को खेली जाएगी लेकिन कई जगहों पर अभी से हरे, पीले, लाल और गुलाबी रंग अभी से उड़ते दिखाई दे रहे हैं। होली रंगों का त्योहार है पर इसका धार्मिक महत्व भी है। वहीं ब्रज में लट्ठमार होली पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। पूरा भारत अभी से होली के रंग में रंगा नजर आने लगा है। होली के त्योहार को लेकर बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है। छोटी से लेकर बड़ी दुकान पर गुलाल और अबीर बिकना शुरू हो गए हैं।
हर साल पिचकारियों के नए डिजाइन मार्केट में देखने को मिलते हैं और उन्हें खरीदने के लिए बच्चे काफी उत्साहित दिखाई देते हैं। होली के मौके पर गुझियां और मठरी जैसे पकवान बनाती है। वहीं कुछ जगहों पर खासकर उत्तर भारत की महिलाएं होली के मौके पर पापड़ और आलू की चिप्स भी बनाती हैं। होली के मौके पर रंग और गुलाल के साथ इन पकवानों की वजह से इस त्योहार का मजा दुगना हो जाता है। होली से एक दिन पहले होलिका दहन की परंपरा भी है। होलिका दहन के अगले दिन रंगों से खेला जाता है जिसे रंगवाली होली और धुल्हंडी भी कहा जाता है।






