Happy Friendship Day 2020: दोस्ती को परिभाषित करना नामुमकिन है। प्यार-तकरार, रूठना-मनाना, ये सब इस रिश्ते का हिस्सा हैं। दोस्ती में रंग-रूप, ऊंच-नीच और अमीरी-गरीबी का भेद नहीं होता है। दोस्ती तो बस दिल से होती है और ताउम्र निभाई जाती है। कभी-कभी जब कोई साथ नहीं देता है तो दोस्त ही बुरे वक्त में संबल प्रदान करते हैं।
दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में दोस्तों के लिए एक दिन समर्पित है, जिसे फ्रेंडशिप डे कहा जाता है। जिस तरह मां के लिए मदर्स डे, पिता के लिए फादर्स डे विशेष होता है, वैसे ही दोस्तों के लिए फ्रेंडशिप डे का खास महत्व होता है। भारत में अगस्त के पहले रविवार को हर साल ये दिन मनाया जाता है, जो इस बार 2 अगस्त को है। आइए जानते हैं कैसे हुई इस दिन को मनाने की शुरुआत-
अमेरिका में हुई शुरुआत: फ्रेंडशिप डे के इतिहास से जुड़ी जो 2 बातें प्रचलित हैं। पहली ये है कि साल 1935 में अमेरिका में एक शख़्स की मौत हुई और इसका इल्जाम सरकार पर लगा। इस बात से आहत शख़्स के एक दोस्त ने भी आत्महत्या कर ली। तब से ही अमेरिका में इस दिन को फ्रेंडशिप डे के रूप में मनाया जाता है।
हॉलमार्क ग्रीटिंग के फाउंडर ने दोस्तों को भेजा कार्ड: वहीं कहा यह भी जाता है कि हॉलमार्क ग्रीटिंग के फाउंडर जोएस हॉल ने साल 1930 में फ्रेंडशिप डे का नाम सुझाते हुए इस दिन अपने दोस्तों को गिफ्ट्स व ग्रीटिंग कार्ड भेजा था और इन दिन को मनाने की शुरुआत की थी।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऐसे मिली पहचान: पराग्वे ने इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे मनाने का प्रस्ताव रखा था। वहां पहली बार आधिकारिक तौर पर सन् 1958 में फ्रेंडशिप डे मनाने की शुरुआत हुई। फिर धीरे-धीरे इसे दूसरे देशों ने भी अपना लिया
30 जुलाई को होता है इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे: 27 अप्रैल, 2011 को संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली में इस बात का ऐलान किया गया कि हर साल 30 जुलाई को इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे के तौर पर सेलिब्रेट किया जाएगा। हालांकि भारत, अमेरिका व मलेशिया जैसे देशों में लोग फ्रेंडशिप डे अगस्त के पहले रविवार को सेलिब्रेट करते हैं।