पूरे भारत में बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा ये त्योहार हर साल माघ मास में शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मां सरस्वती का जन्म हुआ था। पतझड़ के बाद बंसत ऋतु का आगमन होता है बंसत को ऋतुओं का राजा कहा जाता है। बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की उपासना पूरे देश में की जाती है, स्कूलों में सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है। इस दिन लोग देवी सरस्वती की प्रतिमा स्थापना कर उनकी पूजा अर्चना करते हैं। इस दिन देवी सरस्वती की आरती की जाती है, मिसरी, दूध, दही, तुलसी, शहद मिलाकर पंचामृत का प्रसाद बनाकर मां को भोग लगाया जाता है। इस दिन का अपना खास महत्व है और इस खास दिन पर अपनों को शुभकानाएं देने के लिए इस खास संदेशों पर नजर डालें।
हल्के-हल्के से हो बादल
खुला-खुला सा आकाश
हैप्पी बंसत पंचमी
आप हो मेरे पास।

आई झूम के बंसत
झूमों संग-संग में
आज रंग लो दिलों को एक रंग में।

लेकर मौसम की बाहर
आया बंसत ऋतु का त्यौहार
दिल में भर के उमंग और प्यार

आर्शीवाद बड़ों का
प्यार दोस्तों का
दुआएं सबकी
कुरूणा मन की
वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

सहस शील हृदय में भर दे
जीवन त्याग से भर दे,
संयम सत्य स्नेह का वर दे
माँ सरस्वती आपके जीवन में उल्लास भर दे!


