मौसम चाहे सर्दी का हो या गर्मी का स्किन को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाना बेहद जरूरी है। सूरज की हानिकारक UV रेज़ न सिर्फ त्वचा को टैन करती हैं, बल्कि समय से पहले झुर्रियां, डार्क स्पॉट्स और यहां तक कि स्किन कैंसर का खतरा भी बढ़ा सकती हैं। ऐसे में, सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना सिर्फ ब्यूटी प्रोडक्ट ही नहीं, बल्कि एक जरूरी स्किनकेयर स्टेप भी हो जाता है। हालांकि, आज के समय में मार्केट में सनस्क्रीन के इतने विकल्प मौजूद हैं, जिनमें से अपने लिए एक चुनना बेहद मुश्किल हो जाता है।

अब, अगर आप भी उलझन में हैं कि कौन-सा सनस्क्रीन आपके लिए सबसे बेहतर होगा, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है। बता दें कि सनस्क्रीन खरीदते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। यहां हम आपको 5 ऐसी ही बातों के बारे में बता रहे हैं। इनपर ध्यान देकर आप अपने लिए बेस्ट सनस्क्रीन खरीद सकते हैं और अपनी स्किन का ख्याल रख सकते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में-

सनस्क्रीन खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान-

ब्रॉड-स्पेक्ट्रम

सबसे पहले ब्रॉड-स्पेक्ट्रम वाली सनस्क्रीन चुनें। ये आपको यूवीबी (UVB) और यूवीए (UVA) दोनों किरणों से बचाने में असर दिखाएगी। दरअसल, यूवीए किरणें स्किन में अधिक गहराई तक प्रवेश करती हैं, जिससे समय से पहले बुढ़ापा और त्वचा को नुकसान पहुंचता है। वहीं, ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सुरक्षा सूरज की इन हानिकारक विकिरणों और किरणों के खिलाफ व्यापक सुरक्षा प्रदान करती है। ऐसे में सनस्क्रीन खरीदते समय लेबल पढ़ें और ब्रॉड-स्पेक्ट्रम को चुनें।

सही SPF

अब, SPF पर ध्यान दें। कम से कम एसपीएफ 30 वाला सनस्क्रीन चुनें। ये यूवीबी किरणों के खिलाफ मजबूत सुरक्षा प्रदान करती है, जिससे सनबर्न और त्वचा के नुकसान के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है।

वॉटर रेसिस्टेंट

खासकर गर्मियों में पसीना ज्यादा आता है, ऐसे में वॉटर रेसिस्टेंट सनस्क्रीन चुनें। वैसे तो कोई भी सनस्क्रीन पूरी तरह से वॉटर प्रूफ नहीं होता है लेकिन वॉटर रेसिस्टेंट चुनने से आपको काफी हद तक फायदे मिल सकते हैं। खासकर अगर आपकी ऑयली स्किन है, तो वॉटर रेसिस्टेंट लेबल जरूर चेक करें।

स्किन टाइप पर दें ध्यान

अगर आपकी स्किन ऑयली है, तो इसके लिए हल्की और ऑयल फ्री फ़ॉर्मूले वाली सनस्क्रीन चुनें, ड्राई स्किन के लिए मॉइस्चराइजिंग सनस्क्रीन चुनें। वहीं, एक्ने प्रॉन स्किन के लिए नॉन कॉमेडोजेनिक सनस्क्रीन चुनना जरूरी है। इस तरह की सनस्क्रीन से स्किन पर ब्रेकआउट और जलन की समस्या को कम करने में भी मदद मिलती है।

व्हाइट कास्ट सनस्क्रीन से बचें

इन सब से अलग कई लोगों की शिकायत होती है कि सनस्क्रीन लगाने के बाद उनकी स्किन पर सफेद रंग के धब्बे नजर आने लगते हैं या सनस्क्रीन उनकी स्किन पर व्हाइट स्कार्स छोड़ती है। इससे बचने के लिए ‘नॉन-व्हाइटनिंग’ या ‘क्लियर’ लेबल वाले सनस्क्रीन चुनें। जिंक ऑक्साइड या टाइटेनियम डाइऑक्साइड युक्त मिनरल सनस्क्रीन कभी-कभी अवशेष छोड़ सकती है। ऐसे में इन लेबल पर भी ध्यान दें।

इस तरह कुछ खास बातों को ध्यान में रखकर आप अपने लिए बेस्ट सनस्क्रीन चुन सकते हैं। उम्मीद है ये जानकारी आपको पसंद आई होगी। इससे अलग यहां क्लिक कर पढ़ें- बदलते मौसम में आप भी हैं बाल झड़ने की समस्या से परेशान? इस आसान तरीके से जड़ से मजबूत होंगे आपके हेयर