Gandhi Jayanti 2023 Speech, Easy: 2 अक्टूबर का दिन हमारे देश में गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन ही भारत को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म हुआ था। ऐसे में उनकी याद और सम्मान में देश में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। खासतौर पर स्कूल और कॉलेज में कई प्रोगाम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें स्टूडेंट्स बापू के मूल्यों और उनके सिंद्धातों के बारे में चर्चा करते हैं, साथ ही स्टूडेंट्स के बीच स्पीच प्रतियोगिता भी रखी जाती है, जिनमें बच्चे बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। ऐसे में अगर आप भी इस साल महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर भाषण देने का सोच रहे हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
इस लेख में हम आपको बापू के कुछ स्लोगन बता रहे हैं, जिन्हें आप अपनी स्पीच में शामिल कर सकते हैं। इन स्लोगन की मदद से आप अपने भाषण को सबसे अलग और दमदार बना सकेंगे। साथ ही ऐसे भाषण को सुनने के बाद आपको खूब तारीफें भी मिलेंगी।
अपने भाषण में शामिल करें बापू के ये नारे-
पृथ्वी हर आदमी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त सामग्री प्रदान करती है, लेकिन हर आदमी के लालच को नहीं।
किसी की मेहरबानी मांगना, अपनी आजादी बेचना है।
मनुष्य केवल अपने विचारों का उत्पाद है। वह जो सोचता है, वही बन जाता है।
खुशी तब होती है जब आप जो सोचते हैं, जो कहते हैं और जो करते हैं उनमें सामंजस्य हो।
मानवता की महानता मानव होने में नहीं, बल्कि मानवीय होने में है।
खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका खुद को दूसरों की सेवा में खो देना है।
दिल की कोई भाषा नहीं होती, दिल-दिल से बात करता है।
आप कभी भी यह नहीं समझ सकेंगे की आपके लिए कौन महत्त्वपूर्ण है, जब तक की आप उन्हें वास्तव में खो नहीं देंगे।
विश्व में कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इतने भूखे हैं कि भगवान उन्हें किसी और रूप में नहीं दिख सकता, सिवाय रोटी देने वाले के रूप में।
ऐसे जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो। ऐसे सीखो की तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो।
प्रेम की शक्ति दंड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली और स्थायी होती है।
पाप से घृणा करो पर पापी से नहीं, क्षमादान बहुत मूल्यवान चीज है।
क्रूरता का उत्तर क्रूरता से देने का अर्थ अपने नैतिक व बौद्धिक पतन को स्वीकार करना है।
आंख के बदले में आंख पूरी दुनिया को अंधा बना देगी।
आप मुझे बेड़ियों से जकड़ सकते हैं, यातना भी दे सकते हैं, यहां तक की आप इस शरीर को खत्म भी कर सकते हो, लेकिन आप कदापि मेरे विचारों को कैद नहीं कर सकते।
जब आपका सामना किसी विरोधी से हो, तो उसे प्रेम से जीतें, अहिंसा से जीते।
व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से नहीं, बल्कि उसके चरित्र से होती है।
सत्य कभी भी किसी ऐसे कारण को क्षति नहीं पहुंचाता जो कि उचित हो।