साड़ियों की बात करें, तो महिलाओं के वॉर्ड्रोब में सबसे ज्यादा साड़ियां ही मिलती हैं। भारतीय परंपराओं में साड़ी का बहुत महत्व हैं, लेकिन वक्त और ट्रेंड के हिसाब से साड़ी के फैब्रिक्स और स्टाइल भी बदलते रहते हैं। हालांकि, साड़ियों का फैशन कभी आउट नहीं होता। शादी-समारोह और फंक्शन में ज्यादातर महिलाएं साड़ियां ही पहननी पसंद करती हैं। हालांकि, खास मौके पर सबसे ज्यादा खूबसूरत दिखने के लिए अक्सर महिलाएं सिल्क की साड़ी का ही चुनाव करती हैं।
लेकिन सिल्क की साड़ी दिखने में जितनी सुंदर होती है, उतनी ही वह महंगी भी होती है। ऐसे में उसकी देखरेख और रख-रखाव करना काफी आवश्यक होता है। अगर इनके रख-रखाब में लापरवाही बरतते हैं, तो सिल्क की साड़ियों का लुक खराब हो सकता है। हालांकि, अगर आप सिल्क की साड़ियों की सही ढंग से देखभाल करेंगी, तो सालों-साल इनकी खूबसूरती और चुमक यूं ही बरकरार रहेगी।
हैंगर में ना टांगे: अक्सर महिलाएं अपनी साड़ियों को हैंगर में टांगकर रखती हैं, जिससे उनमें सिकुड़न ना आए। लेकिन सिल्क की साड़ी को हैंगर में नहीं टांगना चाहिए, क्योंकि, ऐसा करने से उसमें मोड़ के निशान पड़ सकते हैं।
लेकिन अगर आपको किसी कारण अपनी सिल्क की साड़ी को हैंगर में टांगना पड़ रहा है, तो लोहे की जगह प्लास्टिक के हैंगर का इस्तेमाल करें। साथ ही थोड़े-थोड़े दिनों में उसकी तह बदलते रहें।
हमेशा ड्राईक्लीन करवाएं: किसी भी फंक्शन में सिल्क की साड़ी पहनने के बाद उस पर ड्राईक्लीन जरूर करवाएं। क्योंकि, इससे साड़ी की चमक खराब नहीं होगी और वह लंबे समय तक नई जैसी ही दिखेगी।
कागज में लपेटकर रखें: सिल्क की साड़ी को हमेशा कागज या फिर कॉटन के कपड़े में ही लपेटकर रखें। इससे साड़ी कभी खराब नहीं होगी।
उतारने के बाद तुरंत अलमारी में ना रखें: सिल्क की साड़ी को पहनने के बाद उसे उतारकर तुरंत अलमारी में नहीं रखना चाहिए। पहले कुछ देर उसे पंखे में सूखने के लिए रख दें। इससे पसीने का दाग उस पर नहीं लगेगा।
समय-समय पर बदले तह: सिल्क की साड़ी की समय-समय पर तह बदलते रहें। इससे साड़ी पर कभी निशान नहीं पड़ते और वह हमेशा नई जैसी ही रहेगी।