Happy Yoga Day 2018 Wishes Quotes, Images, SMS, Messages, Status, Greetings, Pics, Wallpaper, Status, Photo, Pictures: भारतीय संस्कृति की पहचान योग आज दुनियाभर में अपनी अलग पहचान बना चुका है। विकसित देशों से लेकर विकासशील देशों में लाखों-करोड़ों लोग खुद को स्वस्थ्य रखने के लिए योग कर रहे हैं। योग, एक प्राचीन भारतीय जीवन-पद्धति है। शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम योग करता है। योग के नियमित अभ्यास से स्वास्थ्य ठीक और मन शांत रहता है। योग के द्वारा शरीर को प्रतिरोधक क्षमता शक्ति मिलती और तनाव दूर होता है। यह शरीर को शक्तिशाली एवं लचीला बनाए रखने में मदद करता है। योग सिर्फ आसन और प्राणायाम ही नहीं होता बल्कि ‘यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि’ इन अंगों से योग पूर्ण होता है, जिन्हें महिर्ष पतंजलि अष्टांग नाम दिया था। साल 2015 से भारत समेत विश्वभर के देश 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाते हैं। 11 दिसंबर, 2014 को संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में भारत की पहल के बाद 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में घोषित कर दिया गया है।
इस योग दिवस पर भी भारत समेत करीब 190 देशों में योग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इस बार हम ‘योगा फॉर पीस’ थीम यानी शांति और सौहार्द संदेश के साथ चौथा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सेलिब्रेट कर रहे हैं। योग दिवस के दिन योगा ट्रेनिंग केंपस, योग प्रतियोगिता और ऐसी बहुत से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इंडोनेशिया में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की खास तैयारी की गई हैं।
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में स्थित भारतीय दूतावास और इंडोनेशिया के पर्यटन मंत्रालय ने मिलकर करीब 10 शहरों में योग दिवस पर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया है। इस दिन सोशल मीडिया भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रंग में रंगा नजर आता है। दुनियाभर से योग अभ्यास की तस्वीरें सामने आती हैं, फेसबुक और व्हॉट्सअप के जरिए एक-दूसरे को योग के प्रति प्रेरित किया जाता है। आप भी अपने करीबियों को इन खास ग्रीटिंग्स, इमेजेज, एसएमएस और मैसेजेज के जरिए इंटरनेशनल योगा डे विश कर सकते हैं।
योग भारत की प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है,
यही दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है।
योग हमारी कमियों पर प्रकाश डालता है,
उन्हें दूर करने का नया रास्ता खोजता है।
स्वास्थ्य सबसे बड़ा उपहार है,
संतोष सबसे बड़ा धन है,
योग वह साधन है, जिससे ये दोनों मिलते हैं।
जहां योग और वेदांत है,
वहां अशुद्धता, अज्ञानता और अन्याय नहीं है।