‘क्रिसमस’ आने में अब बस 2 दिन (Christmas Day 2024) बाकी हैं। गौरतलब है कि हर साल 25 दिसंबर के दिन को दुनियाभर में क्रिसमस डे (Christmas Day) के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है। ऐसे में अब चारों ओर क्रिसमस की ही वाइब देखने को मिल रही है। बाजार रेड और व्हाइट थीम पर सज चुके हैं, इसके साथ ही हर ओर ‘जिंगल बेल’ सॉन्ग की धुन सुनने को मिल रही है।
आपने अक्सर देखा होगा क्रिसमस आते ही लोग ‘जिंगल बेल-जिंगल बेल’ सॉन्ग को गुनगुनाने लगते हैं, हो सकता है कि आप भी ऐसा करते हों, लेकिन क्या आपको पता है कि ये जिंगल बेल सॉग कब सैटां क्लॉज और क्रिसमस की पहचान बना और इसका मतलब क्या है? अगर नहीं, तो यहां हम आपको इसी सवाल का जवाब देने वाले हैं, साथ ही जानेंगे कि क्रिसमस कैरोल क्या होता है-
कैसे फेमस हुआ ‘जिंगल बेल’ सॉन्ग?
दरअसल, जिंगल बेल एक थैंक्सगिविंग सॉग है, जिसे साल 1850 में जेम्स पियरपॉन्ट नाम के म्युजिक डायरेक्टर ने लिखा था। इसके बाद साल 1857 में ये गीत सबसे पहले आम दर्शकों के सामने गाया गया। वहीं, आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि इस गीत का क्रिसमस से कोई कनेक्शन नहीं था।
न तो इस गाने में क्रिसमस का जिक्र किया गया है और न ही इस गाने का ओरिजिनल नाम ‘जिंगल बेल’ है। इससे अलग जेम्स पियरपॉन्ट ने अपने इस गाने को ‘वन हॉर्सओपन स्लेई’ नाम दिया था। उस वक्त ये लोगों को खूब पसंद आया और इसी के चलते साल 1890 के बाद से ये गाना बहुत मशहूर होता चला गया, खासकर क्रिसमस पार्टी के मौके पर लोग इसे खूब सुना करते थे।
क्रिसमस का जिक्र न होते हुए भी इस गाने के बिना ये त्योहार अधूरा लगने लगा, तब इसका नाम ‘वन हॉर्सओपन स्लेई’ से बदलकर जिंगल बेल रख दिया गया।
क्यों रखा गया ‘जिंगल बेल’ नाम?
सैंटा क्लाज के हाथ की घंटी उनके आने की सूचना देती है, अब क्योंकि इस गाने को क्रिसमस से जोड़कर देखा जाने लगा था, तो इसे जिंगल बेल टाइटल दे दिया गया और धीरे-धीरे इस सॉग के कई वर्जन बनते चले गए।
क्रिसमस कैरोल क्या होता है?
वहीं, अब बात क्रिसमस कैरोल की करें, तो ये कुछ और नहीं बल्कि क्रिसमस की थीम पर आधारित गीत या भजन को ही क्रिसमस कैरोल कहा जाता है। इन गीतों को पारंपरिक रूप से क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान गाया जाता है।
कैरोल शब्द का मतलब ‘नृत्य, प्रशंसा और खुशी का गीत’ होता है। पहले यूरोप में, कैरोल्स को चारों मौसमों में लिखा और गाया जाता था, लेकिन अब ये समय बीतने के साथ अब केवल क्रिसमस के मौके पर ही इन गीतों को गुनगुनाया जाता है।
उम्मीद है ये जानकारी आपको पसंद आई होगी। इससे अलग यहां क्लिक कर पढ़ें- क्रिसमस पर मिटाएं सभी गिले-शिकवे, इन 4 तरीकों से टूटे रिश्तों को करें मजबूत