Christmas Day (Merry Christmas 2019): क्रिसमस मानव जाति के लिए खुशी का दिन है और उस रात यीशु के जन्म का शुभ समाचार आया था। यहूदिया के बेथलहम के छोटे से गांव में यीशु का जन्म हुआ था। हालांकि सटीक तारीख पर तर्क हैं, 25 दिसंबर को दुनिया के अधिकांश हिस्सों में क्रिसमस डे के रूप में मनाया जाता है। 24 दिसंबर की आधी रात को, यीशु मसीह का जन्म चर्च में मनाया जाता है और 25 दिसंबर के दिन भी जारी रहता है। यह उस पवित्र रात की याद है जब भगवान इस दुनिया में एक बच्चे के रूप में आए थे इस धरती पर रहने के लिए। यह पूरे विश्व में प्रेम, शांति और आनंद का सबसे बड़ा उत्सव है।

क्रिसमस का 12 दिन क्रिसमस के दिन से शुरू होता है और 5 जनवरी की शाम तक चलता है – जिसे बारहवीं रात भी कहा जाता है।

– डे1 (25 दिसंबर): क्रिसमस का दिन – यीशु के जन्म का उत्सव
– डे2 (26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे के नाम से भी जाना जाता है): सेंट स्टीफन्स डे। वे पहले ईसाई शहीद (उनके विश्वास के लिए मरने वाले) थे। वह दिन भी आता है जब क्रिसमस कैरल ‘गुड किंग विंसलस’ होता है।
– डे3 (27 दिसंबर): सेंट जॉन द एपोस्टल (यीशु के चेले और दोस्तों में से एक)
– डे4 (28 दिसंबर): द फैस्ट ऑफ द होली इनोकेंट्स – जब लोग उन बेबी ब्वॉयज को याद करते हैं, जिन्हें राजा हेरोदेस ने मारा था, जब वे बेबी जीसस को खोजने और मारने की कोशिश कर रहे थे।
– डे5 (29 दिसंबर): सेंट थॉमस बेकेट। वह 12वीं शताब्दी में कैंटरबरी का आर्कबिशप था और 29 दिसंबर 1170 को चर्च पर राजा के अधिकार को चुनौती देने के लिए उसकी हत्या कर दी गई थी।
– डे6 (30 दिसंबर): सेंट एगविन ऑफ वॉर्सेस्टर।
– डे7 (31 दिसंबर): नए साल की शाम (स्कॉटलैंड में होगमैन के रूप में जाना जाता है)। पोप सिल्वेस्टर I को पारंपरिक रूप से इस दिन मनाया जाता है।
– डे8 (1 जनवरी): 1 जनवरी – मैरी, जीसस की माता
– डे9 (2 जनवरी): सेंट बेसिल द ग्रेट और सेंट ग्रेगरी नाज़ियान, दो महत्वपूर्ण 4वीं सदी के ईसाई।
– डे10 (3 जनवरी): यीशु के पवित्र नाम का पर्व। यह याद है जब यीशु को आधिकारिक रूप से यहूदी मंदिर में ‘नाम’ दिया गया था।
– डे11 (4 जनवरी): सेंट एलिजाबेथ एन सेटन, पहली अमेरिकी संत, जो 18 वीं और 19 वीं शताब्दी में रहीं।
– डे12 (5 जनवरी को एपिफेनी ईव के रूप में भी जाना जाता है): सेंट जॉन न्यूमैन जो अमेरिकी में पहले बिशप थे। वह 19 वीं सदी में रहे।