दीवाली की सेलिब्रेशन खत्म हो चुकी है। जाहिर है सभी ने काफी एंज्यॉय भी किया होगा। लेकिन इसी सेलिब्रेशन में लोगों ने ढेर सारे पटाखे जला डाले जिसकी वजह से हमारे शहर की पहले से प्रदूषित हवा और प्रदूषित बन गई है। पटाखों को जलाने की वजह से ध्वनि और वायु दोनों तरह का प्रदूषण होता है। इसकी वजह से यह हवा हमारे सांस लेने के लायक नहीं बची है। इसका पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) 999 पर पहुंच गया है। सुरक्षित लिमिट इससे दस गुना कम है। यह हमारे लिए एक चेतावनी है कि हम अपने आस-पास के प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए जरूरी कदम उठाएं। जिसकी वजह से हमारे शरीर में सांस लेने संबंधी बीमारियां ना हों। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए नई दिल्ली के सीताराम भारतीया इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड रिसर्च के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर पंकज पहवाल ने वो आसान तरीके बताए जिनकी मदद से आप खुद को और अपने चाहने वालों को सुरित रख सकते हैं।
ठीक तरह से खाना खाएं- साल के इस समय मौसम बदलता है और पटाखे जलाने की वजह से हवा काफी जहरीली हो जाती है। कई लोग बीमार हो जाते हैं और ज्यादातर लोगों को जुखाम हो जाता है। इसीलिए आपको ठीक तरह से खाना चाहिए। इससे आपके शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी जो बीमारियों से लड़ सकेगी।
बाहर निकलते समय मास्क पहनें- घर में बैठकर रिलैक्स करना सभी लोगों के लिए संभव नहीं है। आपको नौकरी करने या पढ़ाई करने के लिए बाहर जाना ही पड़ेगा। ऐसे में जब भी घर से बाहर निकले प्रदूषण मास्क पहनें। यह प्रदूषण के प्रभाव को काफी हद तक कम कर देता है।
कंस्ट्रक्शन साइट से दूर रहें- कंस्ट्रक्शन साइट से निकलने वाली धूल को नियंत्रण में रखने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए। आप भी कोशिश करें उससे दूर रहें।
अपने घर के आस-पास की सड़क को साफ करें- घर के पास की सड़क को झाड़ू से साफ करने की बजाए उसे पानी से धो दें। इससे धूल आपकी नाक में ना जाकर नीचे बैठ जाएगी।
पेड़ लगाएं- स्कूल से ही हमें पेड़ लगाने की सीख दी जाती है। पेड़ो से मिलने वाली ऑक्सीजन से ही हम सांस ले पाते हैं। इसलिए एक पेड़ जरूर लगाएं।
एयर प्यूरिफायर खरीदें- जहरीली हवा से बचने के लिए एयर प्यूरीफायर खरीदें। ये आपको सुरक्षित रहने में मदद करेगी। बाजार में 5,000 से लेकर 25,000 तक की रेंज में यह मौजूद है।

