Buddha Purnima 2025: भगवान बुद्ध के विचार आज भी काफी प्रासंगिक हैं। उनका जीवन और विचार समय-समय पर लोगों के जीवन में शांति, करुणा और सच्चाई का प्रकाश फैलाते रहे हैं और आज भी उनका उपदेश केवल आत्मिक विकास का मार्ग दिखाते हैं, बल्कि जीवन की कठिनाइयों में भी संयम और समझ का मार्ग प्रदान करते हैं। ऐसे में बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर महात्मा बुद्ध के उन उपदेशों को आप स्मरण कर सकते हैं।
भगवान बुद्ध ने दिया था अहिंसा का संदेश
मालूम हो कि बुद्ध पूर्णिमा का दिन भगवान गौतम बुद्ध की जयंती के रूप में मनाया जाता है, जो सत्य, करुणा और अहिंसा के प्रतीक माने जाते हैं। उनके जीवन और विचारों ने न केवल बौद्ध धर्म को आकार दिया, बल्कि पूरी मानवता को आत्मज्ञान और शांति का मार्ग दिखाया। ऐसे में आज इस लेख में हम आपको उनके 10 सबसे अनमोल विचारों के बारे में बताएंगे।
मनुष्य को कभी भी क्रोध की सजा नहीं मिलती, बल्कि क्रोध से सजा मिलती है।

हजारों लड़ाइयों के बाद भी मनुष्य तब तक नहीं जीत सकता, जब तक वह अपने ऊपर विजय प्राप्त नहीं कर लेता है।
सूर्य, चंद्र और सत्य… ये तीन चीजें कभी नहीं छिप सकतीं।

मनुष्य को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से ज्यादा अपनी यात्रा पर ध्यान देना चाहिए। जैसे लाखों शब्दों के बीच एक शब्द आपको शांति दे जाता है।
जीवन में शांति और खुशी चाहिए, तो कभी भी भूतकाल और भविष्य काल में न उलझें।

सत्य की राह पर चलने वाला मनुष्य जीवन में दो ही गलतियां कर सकता है। पहला या तो पूरा रास्ता तय नहीं करता और दूसरा कि वह शुरुआत ही नहीं करता।
शांति व्यक्ति को अन्दर से आती है। इसलिए कभी भी बाहर खोने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

कभी भी बुराई से बुराई खत्म नहीं होती। हमेशा बुराई को प्रेम से ही खत्म किया जा सकता है।

जो व्यक्ति अपना जीवन को समझदारी से जीता है उसे मृत्यु से भी डर नहीं लगता।
मनुष्य अपने अच्छे और बुरे स्वास्थ्य का जिम्मेदार स्वयं है, इसलिए वह खुद के खानपान का जरूर ध्यान रखें।