डिलीवरी के बाद नवजात शिशु को सबसे ज्यादा मां के दूध की आवश्यकता होती है। क्योंकि यह उसके लिए किसी अमृत से कम नहीं होता। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि बच्चों को सभी बीमारियों से दूर रखने के लिए मां का दूध बेहद ही जरूरी होता है। ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान मां के शरीर से जो ऑक्सिटॉक्सिन हार्मोन निकलता है, वह शिशु की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।
ब्रेस्ट फीडिंग करवाने वाली मां के खानपान का असर बच्चे के स्वास्थ्य पर पड़ता है। ऐसे में स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्वास्थ्य एक्सपर्ट्स भी सही डॉइट फॉलो करने की सलाह देते हैं। हालांकि, कुछ ऐसे फूड्स हैं, जो ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान अनहेल्दी माने जाते हैं। इसलिए स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
चाय और कॉफी: ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को कॉफी, सोडे या फिर चाय के अधिक सेवन से परहेज करना चाहिए। क्योंकि, कॉफी में मौजूद कैफीन की मात्रा दूध में मिल जाती है, जिसे बच्चा सही तरह से पचा नहीं पाता। इसके कारण बच्चे को चिड़चिड़ापन, दर्द और नींद न आने की समस्या हो सकती है। ऐसे में स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कॉफी, सोडे और चाय के सेवन से बचना चाहिए।
चॉकलेट: चॉकलेट में भी कैफीन की अच्छी-खासी मात्रा होती है। ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं को चॉकलेट के सेवन से भी परहेज करना चाहिए।
नमक और मिर्च का अधिक इस्तेमाल: जो महिलाएं नवजात को स्तनपान कराती हैं। उन्हें ज्यादा चटपटी और मसालेदार चीजें खाने से बचना चाहिए। क्योंकि अधिक नमक-मिर्च वाली चीजें खाने से बच्चे के पेट में जलन हो सकती है।
मूली और गोभी: यह दो सब्जियां स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नहीं खानी चाहिए। क्योंकि, इससे महिलाओं को गैस और सीने में जलन की समस्या हो सकती है। साथ ही शिशु को पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
खट्टे फल: खट्टे फल में मौजूद तत्व नवजात शिशु की सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। जिससे बच्चे को घबराहट और बैचेनी की समस्या हो सकती है। ऐसे में महिलाओं को खट्टे फल का सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि स्तनपान करानी वाली महिलाएं अपने शरीर में विटामिन-सी की कमी को पूरा करने के लिए पपीता या फिर आम खा सकती हैं।

