बिपाशा बसु बॉलीवुड इंडस्ट्री की खूबसूरत और फिटनेस फ्रिक एक्ट्रेसेस में से हैं। बिपाशा अकसर अपनी फिटनेस को लेकर सुर्खियां बटोरती नजर आती हैं। वह फिटनेस मेंटेन रखने के लिए काफी मेहनत करती हैं। उनके वर्कआउट में हार्ड वर्कआउट के साथ योगासन भी शामिल हैं। बता दें कि बीते अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर उन्होंने पति करण सिंह ग्रोवर के साथ योग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर काफी सुर्खियां बटोरी थीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बिपाशा का फेवरेट योगासन उष्ट्रासन है। दरअसल. उष्ट्रासन को केमल पोज नाम से भी जाना जाता है। यहां उष्ट्र का मतलब ऊंट से है। इस आसन को करते समय व्यक्ति के शरीर ऊंट की तरह हो जाती है, इसलिए इसे उष्ट्रासन योग कहा जाता है। आइए आज हम आपको एक्ट्रेस बिपाशा बासु के फेवरेट योगासन और उसके फायदों के बारे में बताते हैं।
उष्ट्रासन की विधि: इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले वज्रासन में बैठ जाएं। इसके बाद अपने घुटनों के बल खड़े हो जाएं। घुटनों और पैरों को एक साथ जोड़ कर रखें। अब धीरे-धीरे पीछे की तरफ झुकने की कोशिश करें। अब दाएं हाथ से दाईं एड़ी को और बाएं हाथ के साथ बाईं एड़ी को पकड़ें। इस पोजिशन में जांघों को सीधा रखने की कोशिश करें और जितना हो सके सिर और मेरुदण्ड को पीछे तरफ झुकाएं। जब खिचाव महसूस हो तब पूरे शरीर, विशेष रूप से पीठ की मांसपेशियों को शिथिल रखने की कोशिश करें। ध्यान रखें शरीर का वजन समान रूप से पैरों और बाहों पर बना रहे। पीठ का धनुष जैसा आकार बनाए रखने के लिए भुजाओं को कंधों का सहारा दें। जितनी देर हो सके उतनी देर करें। इसके बाद आराम से हाथों को एक-एक कर एड़ियों से हटाएं और वापस आने की कोशिश करें। इसे 4-5 बार दोहराएं।
उष्ट्रासन के फायदे
– इस योग को करने से शरीर में लचीलापन आता है।
– मांसपेशियों में खून और ताकत का प्रवाह ठीक रहता है, चेहरा सुंदर बनता है।
– महिलाओं की मासिक परेशानियों को दूर करता है। कॉस्ट्रयूपेशन, इनडाइजेशन, एसिडिटी, मधुमेह जैसे रोगों लाभदायक है।
– गले संबंधी रोगों में भी यह आसन फायदेमंद है। उष्ट्रासन को रोज करने से आंखों की रोशनी में फायदा होता है।
– इस आसन से घुटने, ब्लडर, किडनी, छोटी आंत, लीवर, छाती, लंग्स और गर्दन तक का भाग एक साथ प्रभावित होता है।
– इसके साथ ही श्वास, उदर, पिंडलियों, पैरों, कंधे, कोहनियों और मेरुदंड संबंधी रोगों में इस आसन से फायदा मिलता है।


