Geeta Gyan: जीवन में उतार-चढ़ाव और अच्छा-बुरा समय आना बेहद आम बात है। कई लोग इस तरह की परिस्थितियों को संभाल लेते हैं तो कई लोग इससे परेशान हो जाते हैं। आपने बहुत सारे ऐसे लोग जरूर देखें होंगे जो छोटी-छोटी बात पर गुस्से से आग बबूला हो जाते हैं। कुछ लोगों को बेवजह या बात-बात पर गुस्सा आ जाता है। ऐसे लोग न केवल अपने आसपास के लोगों के मन में खटकने लगते हैं बल्कि अपनी सेहत पर भी बुरा प्रभाव डालते हैं। अगर आप भी इन लोगों में एक हैं जिन्हें बहुत ज्यादा गुस्सा आता है। तो क्रोध पर काबू पाने के लिए आप गीता के उपदेशों की मदद ले सकते हैं।

गुस्सा आने पर सबसे पहले याद करें ये 4 बातें

जब भी आपको बहुत तेज गुस्सा आए तो आप भगवद् गीता में भगवान कृष्ण की ओर से कही गई बातों को याद करें। आइए जानते हैं इसके बारे में।

1- क्रोध से पूर्ण भ्रम या निर्णय क्षमता की हानि होती है ।
2- मोह से स्मृति भ्रमित हो जाती है ।
3- जब ऐसा होता है, तो बुद्धिमत्ता नष्ट हो जाती है ।
4- व्यक्ति इस घटना श्रृंखला में फंस जाता है।

क्रोध आने पर श्रीकृष्ण की इन बातों का करें स्मरण

गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि क्रोध व्यक्ति की मानसिक स्पष्टता को नष्ट कर देता है।
इससे भ्रम की स्थिति पैदा होती है। इससे स्मृति भी कमजोर होने लगती है।
इसके बाद बुद्धि का नाश होता है। ऐसे हालात में बुद्धि मनुष्य का साथ छोड़ देती है।
फिर इंसान सही या गलत में फर्क करने की स्थिति में नहीं रहता है।
इस समय वह पतन की तरफ बढ़ना शुरू कर देता है।
इसलिए क्रोध को काबू करना बेहद जरूरी होता है।

गुस्सा कंट्रोल कैसे करें?

जब भी आपको गुस्सा आए तो उसे कंट्रोल करने के लिए थोड़ी देर रूककर क्रोध और उसके परिणाम के बारे में सोच कर देखें। क्रोध ज्यादातर भ्रम से पैदा होता है। ऐसे में परिस्थिति को समझने की कोशिश करें। अगर आप ये सब करने की स्थिति में नहीं हैं तो आपको ईश्वर को याद करना चाहिए। उनका ध्यान करें और प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपका मन शांत होगा।