Parenting tips for boys in hindi: बच्चे जैसे-जैसे बड़े होने लगते हैं अक्सर मां-बाप से थोड़ी दूरी बनाने लगते हैं। उन्हें अपने जीवन में स्वतंत्रता और खुलापन चाहिए होता है। वहीं अगर आपका बच्चा बेटा है तो उसका स्वभाव बड़े होते-होते काफी बदल जाता है। ऐसे में कई बार पेरेंट्स को ये चिंता सताने लगती है कि आखिरकार कैसे अपने लाड़ले के करीब रहें, कैसे उसके साथ अपने संबंध को घनिष्ठ बनाएं? इसके लिए आपको समझ, प्रयास और धैर्य से काम लेना होगा। यहां हम आपके साथ कुछ ऐसे टिप्स शेयर करने जा रहे हैं जिससे आप अपने बड़े होते बेटे के साथ भी प्यारा रिश्ता बना पाएंगे। इतना ही नहीं इन तरीकों को अपनाने से कभी भी आपके रिश्ते में दूरी नहीं आएगी। जीवन के अगले पड़ाव में कदम रखते हुए भी आपका बेटा आपके साथ रहेगा और आपकी बातों को समझेगा।

एक-दूसरे के साथ समय जरूर बिताएं

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग जॉब या बिजनेस के चक्कर में पूरा दिन बिजी रहते हैं। लेकिन अगर आपका बेटा बड़ा हो रहा है तो उसके साथ समय जरूर बिताएं। आप चाहें तो उसके साथ थोड़ी देर वॉक पर या ड्राइव पर जाएं। कुछ स्नैक्स लेने साथ में जाएं। उससे उसकी दिनचर्या के बारे में बात करें। एक-दूसरे के साथ समय बिताने से विश्वास पैदा होता है।

हर बार सुझाव दिए बिना धैर्य से बातें सुनें

लड़कों को अपनी भावनाओं के बारे में बात करने में कठिनाई होती है, खासकर जब वे बड़े हो जाते हैं। ऐसे में अगर आपका बेटा आपको कोई बात बताता है तो जरूरी नहीं हर बार आप उसको कुछ सुझाव दें। इसकी बजाए धैर्य से उसकी बातें सुनें। ताकि वो सहज होकर आपको सबकुछ बता पाए। ऐसा करने से आपके बीच में भावनात्मक विश्वास स्थापित होगा।

उसकी स्वतंत्रता को समझें और मार्गदर्शन करें

जैसे-जैसे आपका बेटा बड़ा होगा, उसे अपने फैसले खुद लेने के लिए ज्यादा जरूरत होगी। इसलिए उसकी स्वतंत्रता को समझें और मार्गदर्शन करें। उसे बढ़ने में मदद करें। ऐसा करना यह दर्शाता है कि आप उस पर भरोसा करते हैं। वह इस बात का सम्मान करेगा कि आप उसके जीवन के हर पड़ाव पर मदद करते हैं लेकिन उसके जीवन को नियंत्रित करने का प्रयास नहीं कर रहे हैं।

बड़े होते बेटे की प्यार से सीमाएं करें तय

आपका बेटा जब बड़ा हो जाता है, तब भी उसे अनुशासन की जरूरत होती है। लेकिन इस चीज में आपको सावधानी बरतनी चाहिए। बड़े होते बेटे की प्यार से सीमाएं तय करें। कठोर दंड के बजाय, उसे मार्गदर्शन देने के लिए शांत बातचीत का उपयोग करें। उसे बताएं कि नियम इसलिए हैं क्योंकि आप उसकी भलाई की परवाह करते हैं।